देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। सच्चे समाजसेवी, पत्रकार हमेशा से जनहित के मुद्दों को उठाते उठाते, अपने परिवार और उनकी जिम्मेदारियों को दरकिनार करते हुए, इस उम्मीद पर, एक दिन सब ठीक हो जाएगा ,लेकिन अगर कोई हादसा हो जाए तो सब, बिखर जाता है । ऐसा ही कुछ देखने को मिला, स्वर्गीय राजेन्द्र सिंह नेगी के मामले में , अचानक हुए हादसे ने, उनके परिवार और बच्चों के सामने अंधकार ला दिया।
आज उनको श्रद्धांजलि देते हुए, हर पत्रकार के दिमाग में, तमाम सवाल खड़े थे ,कैसे ये परिवार अब आगे जीवनयापन कर पाएगा ,जबकि उनकी धर्मपत्नी खुद बीमार हैं ,और उनके पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं । उनके पत्रकार साथियों,कुछ सामाजिक संघटनों ने जितना हो सके ,मदद की और कर रहे हैं, लेकिन शायद, वो मदद उनकी पत्नी के इलाज और परिवार के आगे के जीवनयापन के लिए नाकाफी होगा।
सूबे के मुख्यमंत्री ने, सोशल मीडिया पर शोक संदेश भेज कर, एक बार फिर उस गरीब पत्रकार के लिए कोई घोषणा ना करके ,अपनी संवेदन हीनता दर्शा दी। ऐसे में उस परिवार के लिए उम्मीद लेकर आए , आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एस एस कलेर ,जिन्होंने ,मृतक परिवार के घर पहुंच कर परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, और उनकी पत्नी को , 21000 की धनराशि देते हुए उनका इलाज करवाने की बात कही। वहीं आप प्रदेश अध्यक्ष, कलेर ने मुख्यमंत्री को संवेदनहीन मुख्यमंत्री बताते हुए कहा, ऐसे बुरे दौर में अगर सूबे के सीएम परिवार की कोई मदद नहीं करेंगे तो मजबूरन आप बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ साथ मुख्यमंत्री को भी नींद से जगाने का काम करेगी ताकि कोई भी आम आदमी सूबे में परेशान ना हो ।