उत्तरकाशी: दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों का घर कहे जाने वाला गंगोत्री नेशनल पार्क में इस साल अच्छी संख्या में भरल देखने को मिल रहे हैं. जिससे वन विभाग उत्साहित नजर आ रहा है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू होने के बाद अब गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत गंगोत्री-गौमुख ट्रैक पर भोजबासा-चीड़बासा के आसपास भरल झुंड में नजर आ रहे हैं. वन विभाग के अधिकारियों की माने तो इस वर्ष मानवीय गतिविधियां कम होने के कारण पार्क में दुर्लभ वन्य जीवों की संख्या बढ़ी है.
इस वर्ष कोरोनकाल के बाद अनलॉक में गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत भरल के झुंड की चहल कदमी गंगोत्री-गौमुख ट्रैक पर भोजबासा और चीड़बासा के आसपास देखने को मिल रही है. भरल का एक झुंड भागीरथी नदी के किनारे विचरण कर रहा है. बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भरल स्नो लेपर्ड का मुख्य भोजन होता है.
भरल उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर पाए जाते हैं. यह बहुत शर्मीले तरीके का जानवर होता है, जो कि झुंड में रहना पसंद करता है. उत्तरकाशी वन प्रभाग के डीएफओ सन्दीप कुमार ने कहा कि अब सर्दियां आते ही भरल निचले इलाकों करीब 2600 से 3000 मीटर की ऊंचाई तक आ जाते हैं. यहां पर मादा भरल अपने प्रजनन की प्रक्रिया को पूरा करती हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क में मानवीय गतिविधियां बन्द होने के चलते भरल की अच्छी संख्या देखने को मिल रहे हैं, जो कि एक अच्छा संकेत है.