रामनगर/काशीपुर: सूबे के पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज रामनगर में वैदिक मंत्रोच्चार के बाद 6 करोड़ 13 लाख की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का किया लोकार्पण. इसके साथ ही काशीपुर पहुंचने पर उन्होंने विकासखंड परिसर में लघु सिंचाई विभाग के अंतर्गत उपखंड कार्यालय काशीपुर के निर्मित आवासीय भवन एवं करोड़ों की लागत की नाबार्ड वित्त पोषित योजनाओं के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया.
इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि रामनगर के कोसी बैराज के मनोरंजन पार्क निर्माण के सुंदरीकरण से रामनगर क्षेत्र में भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को अतिरिक्त पर्यटक स्थल उपलब्ध होगा. साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा. उन्होंने कहा कि रामनगर में कन्वेंशन सेंटर की स्थापना से जनपद स्तरीय, राज्य स्तरीय एवं राजकीय कार्यक्रमों का सुव्यवस्थित तरीके से आयोजन किया जाएगा.
प्रदेश के 13 जनपदों में नए 13 पर्यटन भी बनाए जा रहे हैं, ताकि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को नए स्थलों से भी रूबरू कराया जा सके. प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य के अवलोकन के साथ ही पर्यटकों को उत्तराखंड के उत्पादों एवं परंपरागत परिधानों एवं संस्कृति से भी रूबरू कराया जाएगा. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से होम स्टे योजना भी चलाई जा रही है. इससे ग्रामीणों को विशेषकर महिलाओं एवं युवाओं का आर्थिक विकास हुआ है.
काशीपुर में ब्लॉक परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सतपाल महाराज ने 24 लाख 83 हजार रुपये की लागत से निर्मित आवासीय भवन एवं 10 करोड़ 60 लाख की लागत की नाबार्ड वित्त पोषित निर्माण योजनाओं के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया. इस मौके पर महाराज ने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि अधिकारी आम जनता तथा पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के फोन हमेशा उठाएं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने सभी जनपदों में पौराणिक महत्व के भगवान विष्णु, भगवान शिव, नाग देवता, नवग्रह एवं गोल्ज्यू मंदिरों का विवरण एकत्र कर सर्किट बनाने की एक पहल प्रारंभ की है, जिससे कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को इन धार्मिक स्थलों के पौराणिक महत्व के बारे में जानकारी उपलब्ध होने के साथ-साथ उन्हें वहां जाकर दर्शनों का लाभ प्राप्त हो सकें.
उन्होंने कहा कि नैनीताल के भीमेश्वर महादेव को शिव सर्किट, कर्कोटक के नाग देवता मंदिर एवं घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर को नागराजा एवं गोल्ज्यू मंदिर सर्किल में शामिल किया गया है. काशीपुर के मोटेश्वर महादेव मंदिर को शिव सर्किट में शामिल करने के साथ-साथ गोविषाण शिला को प्रस्तावित बुद्ध सर्किट, नानकमत्ता साहिब को प्रस्तावित गुरुद्वारा सर्किट में स्थान दिया गया है.