बागेश्वर : उद्यान विभाग ने किसानों की आय बढ़ाने की मंशा से कीवी उत्पादन को बढ़ाने का निर्णय लिया है। नौ गांवों में करीब 10 हेक्टेयर भूमि में खेती का लक्ष्य निर्धारित किया है। किसानों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा। पिछले 12 सालों से जिले में कीवी की फसल हो रही है। उद्यान विभाग के सहयोग से किसान प्रत्येक वर्ष करीब पांच मीट्रिक टन कीवी का उत्पादन कर रहे हैं। अब 10 हेक्टेयर भूमि में उत्पादन का लक्ष्य है। करीब 20 मीट्रिक टन उत्पादन बढ़ सकता है। जिला उद्यान विभाग के अधिकारियों के अनुसार कीवी की डिमांड कुछ वर्षों में बढ़ी है। ऐसे में किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कीवी समुद्र तल से एक हजार से दो हजार मीटर की ऊंचाई पर नवंबर से जनवरी तक फल देता है। एक पेड़ में डेढ़ क्विटल तक उत्पादन होता है।
कीवी का इन गांवों में प्लांटेशन
उद्योग विभाग ने कपकोट, शामा, कर्मी, काफलीगैर, कौसानी, गरुड़, वच्यूला, पिगलों में इस वर्ष कीवी का प्लांटेशन किया है। इसके अलावा शामा, भनार, खलझूनी, अंणा, कर्मी, लीती, गागरीगोल, कौसानी आदि गांवों में पिछले 12 साल से कीवी का सफल उत्पादन हो रहा है। इसके अलावा उद्यान विभाग बादाम, अखरोट, आड़ू नाशपाती का भी प्लांटेशन करने जा रहा है।
जाड़ों में एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में बादाम का प्लांटेशन किया जाएगा। 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अखरोट के पौधे रोपे जाएंगे। पांच हेक्टेयर में आड़ू तो दो हेक्टेयर क्षेत्रफल में उन्नत किस्म की नाशपाती के पौधे रोपे जाएंगे। कीवी का उत्पादन बढ़ाने के लिए 9 गांवों में प्लांटेशन किया गया है।
-आरके सिंह, जिला उद्यान अधिकारी, बागेश्वर।