लक्सर: सालों पहले मर चुकी महिला की करोड़ों रुपए की जमीन को फर्जी तरीके से बेचने के मामले में अब एसआईटी जांच कर सकती है. मामले की प्राथमिक जांच में बड़े स्तर पर धोखाधड़ी की पुष्टि होने के बाद एसडीएम ने डीएम से मामला एसआईटी को भेजने की सिफारिश की है.
वहीं, एसडीएम ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जब इसकी जांच कराई तो पता चला कि रामप्यारी का वर्ष 1989 में देहांत हो चुका है. उनके पति और एकमात्र बेटी की भी मौत पहले ही हो चुकी है. लेकिन, खुद को रामप्यारी कहने वाली एक महिला 2004, 2008 और 2010 में करीब 120 बीघा जमीन का बैनामा करा चुकी है.
एसडीएम पूरन सिंह राणा ने बताया की फर्जी बैनामा कराने की पुष्टि के बाद एसआईटी से इसकी विस्तृत जांच कराने की सिफारिश डीएम को भेजी गई है. रामप्यारी का परिवार पंजाब के नामचीन परिवारों में शामिल है. रामप्यारी के जेठ यूपी में गवर्नर रह चुके हैं और जेठ का बेटा पुलिस में डीआईजी पद से सेवानिवृत्त हुआ है.