लखनऊ: बाराबंकी के रहने वाले एक वकील पर हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज हुआ है. अधिवक्ता का नाम राकेश कुमार अवस्थी है और उस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्जी लेटरपैड पर नियुक्ति के लिए संस्तुति करने के आरोप है. इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय का कहना है कि अधिवक्ता ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो में विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति के लिए फर्जी संस्तुतिपत्र बनाया था. नारकोटिक्स विभाग की तरफ से इस मामले में पहले ही महानगर कोतवाली में एफआईआर कराई जा चुकी है.
विशेष लोक अभियोजन की नियुक्ति के लिए था आवेदन
शासन के आदेश पर अधिवक्ता राकेश अवस्थी के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. बाराबंकी के सिविल लाइंस निवासी अधिवक्ता ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के उप नारकोटिक्स आयुक्त कार्यालय में विशेष लोक अभियोजन की नियुक्ति के लिए आवेदन किया था. उसने आवेदनपत्र के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय का संस्तुतिपत्र भी लगाया था.
नारकोटिक्स ब्यूरो ने 3 जून 2019 को राकेश अवस्थी को नियुक्ति भी दे दी. इस बीच जांच के दौरान जब सीएम कार्यालय से सिफारिशी चिट्ठी के बारे में पूछा गया तो पूरा फर्जीवाड़ा खुल गया. 3 सितंबर 2020 को ब्यूरो ने मुख्यमंत्री कार्यालय से इस बाबत सूचना मांगी, जिसमें संस्तुति पत्र को फर्जी बताया गया. इसके बाद ब्यूरो के उपनिरीक्षक ने महानगर कोतवाली में राकेश अवस्थी के खिलाफ FIR दर्ज कराई. इसी बीच शासन ने हजरतगंज कोतवाली में अधिवक्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया.