देहरादून। ई-रवन्ना पोर्टल पर फर्जी आइडी बनाकर अवैध खनन करने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आरोपित खनन माफिया का रिकॉर्ड खंगाला। इसके लिए एसटीएफ की टीम खनन और आइटी विभाग पहुंची और साक्ष्य एकत्र किए। वहीं, दूसरी तरफ, इस मामले में जिन तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) के लिए एसटीएफ जेल पहुंची।
इस दौरान पता चला कि न्यायालय में आरोपितों की जमानत की अर्जी लगी हुई है, जिस पर मंगलवार (आज) को सुनवाई होनी है। ऐसे में एसटीएफ को आरोपितों की पीसीआर नहीं मिल सकी। आरोपित खनन माफिया के खिलाफ एकत्र किए गए साक्ष्य एसटीएफ न्यायालय में प्रस्तुत करेगी ताकि उनकी जमानत न हो सके। इसके बाद ही आरोपितों की पीसीआर ली जा सकेगी।
एसटीएफ की उप महानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल ने बताया कि इसी वर्ष 14 जुलाई को भूतत्व एवं खनिकर्म अधिकारी रश्मि प्रधान ने अवैध खनन की शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि विभाग के ई-रवन्ना पोर्टल पर फर्जी आइडी का इस्तेमाल कर अवैध खनन किया जा रहा है। इस मामले में एसटीएफ ने शनिवार को दिलीप कुमार निवासी रेशम माजरी, सतीश कुमार लोधी निवासी कुड़कावाला और अनुज पाल निवासी रेशम माजरी को गिरफ्तार किया था। आरोपितों के खिलाफ काफी साक्ष्य एकत्र किए गए हैं।