रामपुर (Rampur) में नवाब खानदान की संपत्ति (Assets) के मूल्यांकन का काम पूरा हो गया है. सर्वे में खुल 2600 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है. नवाब की संपत्ति (Nawab’s Assets) को अब 16 हिस्सों में बांटा जाएगा, इस काम को जिला जज कराएंगे.
शनिवार (Saturday) को, रामपुर के जिला और सत्र न्यायाधीश को सौंपे गए अपने फैसले में, अदालत (Court) द्वारा नियुक्त आयुक्तों ने आखिरी नवाब की संपत्ति का अनुमान लगाया. सुप्रीम कोर्ट (SC) द्वारा दावेदारों के बीच संपत्ति के बंटवारे के लिए तय की समय सीमा के हिसाब से कोर्ट अब हर दिन सुनवाई करेगा.
शरीयत के हिसाब से 18 लोगों में बटेगी संपत्ति
नवाब खानदान में बंटवारे को लेकर काफी समय से केस चल रहा था. सुप्रीम कोर्ट ने शरीयत के हिसाब से बंटवारा करने का आदेश दिया था. बंटवारे की जिम्मेदारी जिला जज को सौंपी गई थी. शुक्रवार को पूरी संपत्ति की मूल्यांकन रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई. संपत्ति बंटवारे के लिए दिसंबर तक का समय तय किया गया था.
रामपुर के आखिरी नवाब, रज़ा अली खान आजादी के बाद 1949 में भारत में पहली बार कुछ शर्तों पर आए थे, जिसके मुताबिक दो चीजें नहीं बदली जानी थीं. पहला संपत्ति का स्वामित्व और प्राइमोजेनरी का अधिकार.
नवाब की 5 बड़ी संपत्तियों का होगा बंटवारा
साल 1966 में उनकी मृत्यु के बाद, दोनों शर्तों की वजह से विवाद खड़ा हो गया. जिसकी वजह से यह मुकदमा देश में सबसे लंबे समय तक चलने वाले सिविल सूट में से एक हो गया. उनके छह बेटियों और तीन बेटों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया. नवाब की 5 बड़ी संपत्तियों के बीच 18 दावेदार हैं. जिनमें पूर्व सांसद बेगम नूर बानो और पूर्व विधायक काजम अली खान भी शामिल हैं.
नवाब की खानदानी कोठी खासबाग, कोठी बेनजीर, कोठी लक्खीबाग, कुंडा और 19 हजार वर्ग मीटर में फैला नवाब रेलवे स्टेशन समेत पांच बड़ी संपत्तियां हैं. वहीं करीब एक हजार हथियार, 23 करोड़ की पेंटिंग भी इसमें शामिल है. कार और ट्रेन समेत करोड़ों की चल-अचल संपत्ति है. संपत्ति के ज्यादातर हिस्सेदार रामपुर से बाहर रहते हैं. अब सभी के बीच संपत्ति का बंटवारा किया जाएगा.