नैनीताल (नेटवर्क 10 संवाददाता)। इस बार उत्तराखंड में मौसम गजब का खेल खेल रहा है। इस तरह का मौसम पहले आपने भी कभी नहीं देखा होगा। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मई के महीने भी बर्फबारी हो रही है। जो तस्वीर आप देख रहे हैं वो आपको जरूर चौंका रही होगी। इस तस्वीर ने आपको ही नहीं, बल्कि मौसम विज्ञानियों को भी चौंका रखा है।
पहाड़ों के साथ मैदानों में भी लगातार बारिश का मौसम बना हुआ है। बारिश और ओले गिर रहे हैं। लेकिन उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अभी भी बर्फबारी हो रही है। पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमायली चोटियों हंसलिंग, राजरम्भा, सिदमखांन, खलिया टॉप आदि इलाकों में बर्फबारी हुई है। मई में हुई बर्फबारी से स्थानीय लोग आश्चर्य में हैं।
गढ़वाल और कुमाऊं दोनों जगह बुधवार को बारिश हुई। कई जगह ओले पड़े। मंगलवार को भी मौसम ने तल्ख रुख अपना रखा था। तेज आंधी के साथ कई जगह बारिश और ओले गिरे। मैदानी इलाकों में अंधड़ से विशालकाय पेड़ धराशाई हो गए। जबकि पर्वतीय इलाकों में आए दिन हो रही बारिश से ठंड का मौसम जाने का नाम नहीं ले रहा।
बागेश्वर जिले में बुधवार रात बारिश हुई। अल्मोड़ा और चम्पावत जिले के अधिकांश इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर, बाजपुर व अन्य इलाकों में तूफान के साथ बारिश हुई। रुद्रपुर के भूरारानी में अंधड़ की वजह से पेड़ सड़क के बीचोंबीच गिर गया। दुकानों पर लगी फ्लेक्सी भी तेज अंधड़ में उखड़ गई।
तराई में गुरुवार सुबह बादल छाए हुए हैं, जबकि बागेश्वर और अल्मोड़ा में धूप खिली हुई है। नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर में देर रात तेज अंधड़ के साथ बारिश हुई। हालांकि सुबह छिटपुट बादलों के बीच धूप खिली हुई है। सरोवर नगरी नैनीताल में धूप खिली है।
बदले मौसम के बाद नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में गुरुवार का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। सामान्य तापमान के मुकाबले यह छह डिग्री कम है। हल्द्वानी का न्यूनतम तापमान 16.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। नैनीताल में 12 डिग्री, पिथौरागढ़ में 13.2 डिग्री न्यूनतम तापमान बना हुआ है।
क्या कहता है मौसम विभाग