केरला गोल्ड स्मगलिंग केस (Kerala Gold Smuggling Case) में आरोपियों की जमानत अर्जी के खिलाफ जवाब दाखिल करते वक्त केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ा खुलासा किया है. NIA ने, केरला गोल्ड स्मगलिंग के आरोपियों का दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी के साथ संबंध होने का का दावा किया है.
NIA ने कोर्ट को बताया कि केरला गोल्ड स्मगलिंग के आरोपी रमीज ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वो तंजानिया में डायमंड और गोल्ड का बिज़नेस करना चाहता था, जिसके लिए उसने ईस्ट अफ्रीकन देश तंजानिया से सोने की खुदाई का लाइसेंस हासिल करने की कोशिश की थी. रमीज ने जांच एजेंसी को बताया कि वो तंजानिया से गोल्ड खरीद कर UAE में बेचा करता था. NIA की ओर से कोर्ट में दाखिल किए गए जवाब का खाका TV9 भारतवर्ष के पास मौजूद है.
NIA का दावा है कि केरला गोल्ड स्मगलिंग केस में गिरफ्तार रमीज़ (Rameez) नाम के आरोपी का दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की डी-कंपनी (D-Company) के साथ संबंध हैं. जाँच एजेंसी NIA ने इस जवाब में UN सिक्योरिटी कॉउन्सिल की एक रिपोर्ट का जिक्र किया जोकि US डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेज़री में छापा गया था, जिसमे लिखा था कि दाऊद अफ्रीका के तंजानिया में गोल्ड का बड़ा बिज़नेस करता है जिसे उसका करीबी गुर्गा फिरोज संभालता है.
केरला गोल्ड स्मगलिंग केस के एक अन्य आरोपी शाराफुदीन ने बताया कि गोल्ड स्मगलिंग के सिलसिले में वो कई बार रमीज़ के साथ अफ्रीका गया, इसी दौरान नवंबर 2019 में रमीज़ कोचीन इंटरनॅशनल एयरपोर्ट पर कस्टम के द्वारा पकड़ा गया. उसके खिलाफ बिना लाइसेंस के विदेशों से भारत मे हथियारों की सप्लाई का केस दर्ज किया गया. NIA ने अपने जवाब में ये भी लिखा है कि उन्हें शक है कि केरला स्मगलिंग से जुड़े ये सभी आरोपी हिंदुस्तान से बाहर डी-कंपनी (D Company) के खास गुर्गों के सम्पर्क में थे. आरोपी अहम्मद कुट्टी और रठीश के कई खास मौको पर किये गए विदेशी दौरे इस तरफ इशारा करते हैं.