विकासनगर: कोरोनाकाल ने भले ही हजारों लोगों की नौकरियां छीन कर उन्हें बेरोजगार कर दिया है, लेकिन इस बीच उपजी परिस्थितियों ने लोगों को आत्मनिर्भर बनने की ओर भी अग्रसर भी किया है. जिसके चलते आज हजारों लोग खुद का व्यवसाय स्थापित कर चुके हैं. भले ही इन लोगों को शुरूआती दौर में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हो, मगर फिर भी ये लोग डिगे नहीं हैं. ऐसा ही कुछ विकासनगर के छोटे से गांव भुजावाला में देखने को मिल रहा है.
विकास नगर के छोटे से गांव भुजावाला की रहने वाली सुनीता देवी ने इस दौर में न केवल आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा है, बल्कि वे अपने गांव की 12 महिलाओं को भी रोजगार दे रही है. सुनीता देवी ने इन महिलाओं को अपने समूह से जोड़कर उन्हें प्रशिक्षित किया. जिसके चलते ये महिलाएं भी अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं.
सुनीता देवी के युवा शक्ति महिला स्वयं सहायता समूह के बैनर तले आज यह महिलाएं अपने अथक प्रयासों से घर पर ही हर्बल साबुन तैयार कर रही हैं. जिसे स्थानीय बाजारों और अन्य स्थानों पर उपलब्ध करवाया जाता है. सुनीता देवी का कहना है कि वे गांव और आसपास के क्षेत्रों में उपलब्ध एलोवेरा और नीम जैसे औषधीय गुण वाले पेड़ पौधों के साथ अन्य चीजों का इस्तेमाल कर साबुन तैयार कर रही हैं. जिसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा वे अपने काम को आगे भी बड़े स्तर पर जारी रखना चाहती हैं, ताकि अन्य महिलाएं भी घर बैठे रोजगार पाकर आत्मनिर्भर बन सकें.
समूह की कोषाध्यक्ष अनीता चौहान ने बताया कि सभी महिलाओं ने स्थानीय जड़ी बूटियों से छोटे स्तर से कार्य शुरू किया है. इसमें अभी हम लोग मिलकर बड़े स्तर से कार्य करना चाहते हैं, ताकि गांव की और महिलाओं को भी इससे जोड़ा जा सके.