देहरादून. शिक्षा का हब माने जाने वाले देहरादून में कॉलेज प्रशासन की गलतियों का खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है. दून में करीब 81 कॉलेज ऐसे हैं जो बिना कोर्स की मान्यता मिले छात्रों को ग्रेजुएशन करवा रहे हैं. इस लिस्ट में देहरादून के कई बड़े कॉलेजों के नाम शामिल हैं. यह गंभीर मामला तब प्रकाश में आया जब बिना मान्यता के चल रहे इन कॉलेजों से कोर्स करने वाले छात्रों की स्कॉलरशिप बन्द हो गई और उन्होंने स्कॉलरशिप के लिए दौड़ना शुरु किया. सूत्रों के अनुसार यह घपला लंबे समय से चल रहा है और जानकार इसमें उच्च शिक्षा विभाग की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं.
बिना मान्यता चल रहे हैं कोर्स
देहरादून दशकों से शिक्षा का बड़ा हब माना है. यहां देश ही नहीं विदेशों से भी छात्र पढ़ने आते हैं. देहरादून की इसी ख्याति का फ़ायदा उठाकर कई कॉलेज बिना ज़रूरी शर्तें पूरी कोर्स करवाने में लगे हुए हैं. आपको यह जानकर अचरज हो सकता है कि देहरादून में 81 कॉलेजों के पास बहुत से कोर्सों को करवाने की अनुमति ही नहीं है और धड़ल्ले से इनमें एडमिशन ले रहे हैं.
यह मामला इसलिए खुला क्योंकि इन कॉलेजों में पढ़ने वाले एससी, एसटी छात्रों की स्कॉलरशिप प्रशासन ने रोक दी है. इसके लिए इन छात्रों को भटकना पड़ रहा है. यह छात्र मांग कर रहे हैं कि उनकी स्कॉलरशिप जल्द उनको मिले जिससे उनकी पढ़ाई आगे बढ़ सके.
समाज कल्याण विभाग की तत्परता से खुला मामला
राज्य में हुये करोड़ो के स्कॉलरशिप घोटाले के बाद अब प्रशासन फूंक फूक कर कदम रख रहा है जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पाण्डेय का कहना है कि जिन कॉलेजों के पास मान्यता नहीं है उनको स्कॉलरशिप नहीं मिल पाएगी. लेकिन बड़ा सवाल तो अब भी कायम है कि सालों से चल रहे इन कॉलेजों उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं? स्कॉलरशिप घोटाले की तरह यह भी कहीं कोई बड़ा घोटाला तो नहीं है?