असम पुलिस भर्ती घोटाले (Assam Police Job Scam) के मुख्य आरोपी और असम से ही रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर (Retired IPS Officer) को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. एक महीने पहले उसे नौकरी भर्ती घोटाले में आरोपी पाया गया था.
पिछले महीने सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने के बाद असम सरकार ने पुलिस सब-इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा को रद्द कर दिया था, जिसके बाद से ही मुख्य आरोपी पी के दत्ता फरार चल रहा था.
असम पुलिस ने अपने बयान में कहा कि असम सीआईडी के एक लुकआउट सर्कुलर जारी करने के बाद दत्ता को इंडो-नेपाल इंटरनेशनल बॉर्डर पर गिरफ्तार कर लिया गया. दत्ता को पश्चिम बंगाल पुलिस को सौंप दिया गया है. यहां से असम पुलिस उसे कस्टडी में लेकर असम लाएगी.
नेपाल से असम आ रहा था आरोपी
दत्ता को भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल क्षेत्र के काकरभिट्टा से हिरासत में लिया गया था. वो सड़क मार्ग से असम की ओर जा रहा था. उसके साथ उसका दामाद था, जोकि एक नेपाली नागरिक है.
माना जा रहा है कि किसी सहयोगी ने 23 सितंबर को दत्ता और उसके बेटे की पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचने में मदद की थी, जहां वो होटल में एक रात रुके थे. माना जा रहा है कि दत्ता के दामाद ने उसकी नेपाल में दाखिल होने में मदद की थी.
बीजेपी नेता पर भी आरोप
दत्ता और सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता दिबन डेका पर आरोप है कि उन्होंने पैसों के बदले उम्मीदवारों को नौकरी का लालच दिया. डेका पर आरोप है कि उसने परीक्षा से पहले एग्जाम पेपर खरीद लिए थे.
पुलिस जांच में पता चला कि 20 सितंबर को परीक्षा से एक दिन पहले कई उम्मीदवारों ने गुवाहटी के एक होटल में मॉक एग्जाम दिया था. इनमें से करीब 70 उम्मीदवार गुवाहटी के एक होटल में रुके थे, जिसका मालिक दत्ता है. इसके अलावा गुवाहटी में उसके चार होटल और हैं.
पुलिस ने दत्ता और डेका के लिए एक सर्कुलर जारी किया था. दत्ता की संपत्तियों का पता लगाने के लिए आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और राजस्व खुफिया विभाग को भी सतर्क किया गया था. बता दें कि 30 सितंबर को डेका को गिरफ्तार कर लिया गया था. उसे पार्टी से निकाल दिया गया है. 2011 में उसने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिसमें उसकी हार हुई थी.