अगर आप धड़ल्ले से इंटरनेट पर अपनी तस्वीरें पोस्ट करने की आदी हैं तो जरा सावधान हो जाइए. ऐसा करना आपको मुसीबत में डाल सकता है. हैकर डीपफेक टेक्नोलॉजी के जरिए आपकी फोटोज का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. यूं समझें कि जैसे इन दिनों सोशल मीडिया पर कपल चैलेंज और सिंगल चेलेंज का काफी क्रेज है. लोगों ने बढ़-चढ़कर इस चैलेंज में हिस्सा लिया और हैशटैग के साथ (#CoupleChallenge) अपनी तस्वीरें पोस्ट कीं. इस चैलेंज को लेकर ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ढेर सारी तस्वीरें पोस्ट की गई हैं. अब भले ही इस तरह के चैलेंज में हिस्सा लेना लोगों काफी मजेदार लग रहा हो लेकिन ऐसा करना उनके लिए खतरे से खाली नहीं है. जानिए कैसे…
दरअसल साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस ने लोगों से इन मामलों में सावधानी बरतने की अपील की है. वजह है लोगों की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उसका डीपफेक टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल किया जाना. आसान भाषा में कहें तो इस चैलेंज के तहत पोस्ट की जा रही तस्वीरों का इस्तेमाल पोर्नोग्राफी और दूसरे साइबर क्राइम को अंजाम देने में किया जा रहा है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों की तस्वीरें अश्लील वेबसाइट्स पर पोस्ट की गई हैं.
डीपफेक टेक्नोलॉजी क्या है?
डीपफेक एक तरह की बनावटी फोटो या वीडियो होता है जो किसी की पर्सनल शारीरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है. डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादातर नकली किस्म के वीडियो बनाने में किया जाता है, जिसमें लोगों को कुछ ऐसा बोलते हुए या करते हुए दिखाया जाता है, जिसे उन्होंने कभी कहा या किया ही नहीं है. पिछले कुछ सालों में डीपफेक के कई मामले सामने आए हैं. इस टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर लोगों की फेक तस्वीरें और वीडियो तैयार किए जाते हैं जो बिलकुल ऑरिजनल मालूम पड़ते हैं.
डीपफेक के जरिए मार्च 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा का एक फेक वीडियो बनाया गया था और उनका चेहरा एक पोर्न स्टार के चेहरे पर लगाया गया था. इतना ही नहीं फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी इस टेक्नोलॉजी का शिकार हो चुके हैं.
डीपफेक से खुद को कैसे बचाएं
साइबर क्रिमिनल्स चाहें तो डीपफेक के जरिए एडिट की गई फोटो का इस्तेमाल यूजर को ब्लैकमेल करने या धोखाधड़ी जैसे मामलों में कर सकते हैं.
- अगर आप इस खतरनाक अटैक से बचना चाहते हैं तो कपल चैलेंज या इस तरह के दूसरे कैंपेन जिनमें आपकी पर्सनल फोटो मांगी जा रही हो, उनका हिस्सा बनने से बचें.
- कई लोग बड़ी शान से बताते हैं कि मेरी फ्रेंडलिस्ट में 4000 लोग हैं. आप जिन लोगों को नहीं जानते हैं उन्हें ऐड करने की कोई जरूरत नहीं है. यही लोग डेटा चुराते हैं. अनजान लोगों में कोई भी आपकी फोटो का मिसयूज कर सकता है.
- फेसबुक पर ढेरों थर्ड पार्टी एप पड़े हैं, जो ये बताते हैं कि आप किस हीरो-हीरोइन की तरह दिखते हैं, आप कब और कैसे मरेंगे, आपके कितने बच्चे होंगे, कितना पैसा कमाएंगे. ये एप कितना सच बताते हैं ये तो ही छोड़ दीजिए. बदले में फेसबुक में मौजूद आपका सारा डेटा जैसे कि पिक्चर, डेट ऑफ़ बर्थ, मैसेज सब कुछ चोरी कर लेते हैं. ऐसे बकवास एप को डेटा एक्सेस की परमिशन देने से बचें.
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना प्रोफाइल पब्लिक न करें.