पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर सुवाकोट में सेना और ग्रामीणों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज ग्रामीणों ने सेना पर कार्रवाई की मांग को लेकर डीएम ऑफिस में जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि सेना ने उनके गांव में पेयजल टैंक को तोड़ दिया है. जिसकी लिखित रिपोर्ट थाने में देने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है.
सेना द्वारा सुवाकोट में पेयजल टैंक तोड़ने पर ग्रामीणों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है. सोमवार को सुवाकोट के ग्रामीणों ने पूर्व विधायक मयूख महर के नेतृत्व में जिला कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 15 किमी लम्बी बडाबे-सुवाकोट पेयजल योजना का निर्माण 1 करोड़ की लागत से किया जा रहा था. जिसका लाभ क्षेत्र के हजारों परिवारों को मिलना था.
मगर सेना ने बिना किसी सूचना के पेयजल टैंक को ही ध्वस्त कर दिया. जिससे इलाके में पेयजल संकट गहरा गया है. प्रदर्शनकरियों ने पेयजल टैंक तोड़ने पर सेना के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. गौरतलब है कि कुछ रोज पूर्व सेना ने सुवाकोट में पानी का टैंक को तोड़ दिया था. जिसके बाद हजारों की आबादी पेयजल के लिए जूझ रही है. वहीं प्रशासन ने इस मामले के सभी पहलूओं की जांच में जुटा है.