रामनगर: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गुरुवार को रामनगर पहुंचे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान बीजेपी के कई नेताओं ने कांग्रेस का हाथ भी थामा. हरीश रावत ने बीजेपी छोड़कर काग्रेस में शामिल हुए नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. वहीं, हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. हरीश रावत के मुताबिक, कोरोना को काबू करने में राज्य सरकार नाकाम साबित हुई है. तभी पहाड़ी जिलों में भी कोरोना पैर पसारता जा रहा है.
हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी के नेता आज मुख्यमंत्री के खिलाफ है. मुख्यमंत्री पर उन्हीं के विधायक और मंत्री आरोप लगा रहे हैं. सीएम पर भष्ट्राचार के जो आरोप लग रहे हैं. उसमें कहीं ना कहीं सच्चाई जरूर है. क्योंकि जब आग लगती है तभी धुआं उठता है.
हरीश रावत ने बीजेपी संगठन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत अतंर है. कांग्रेस की तरह बीजेपी में किसी को कुछ भी कहने की स्वतंत्रता नहीं है. कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व जो निर्देश देता है कार्यकर्ताओं को उससे न चाहते हुए भी मानना पड़ता है.
पर्यटन के मुद्दे पर हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र को घेरते हुए कहा कि सरकार पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के लिए एक कदम आगे बढ़ती है, जबकि डेढ़ कदम पीछे ले लेती है. विकास के नाम पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है. सरकार का अब तक का कार्यकाल निराशाजनक रहा है. जनता बीजेपी के दोहरे चेहरे को पहचान चुकी है. जिसका खामियाजा बीजेपी को 2022 के विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.
बता दें कि प्रेम अरोड़ा, दीपा तिवारी, उमा करगेती और दीपा बिष्ट ने गुरुवार को बीजेपी छोड़कर कांग्रेस की सदस्या ग्रहण की. इस दौरान महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशा बिष्ट, घनश्याम करगेती, ममता आर्या और बसंती देवी समेत कई नेता मौजूद रहे.