देहरादून: प्रदेश में विद्युत उत्पादन को बढ़ाने के लिए उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (UJVNL) अब गन्ने के बगास (खोई) से विद्युत उत्पादन की तैयारी कर रहा है. इसके तहत प्रदेश की बाजपुर और नादेही सहकारी चीनी मिल में गन्ने के बगास से विद्युत उत्पादन किया जाना है.
बता दें कि गन्ने को मशीन में क्रश करके रस निकालने के बाद जो ठोस पदार्थ निकलता है, उसे खोई या बगास कहते हैं. अब तक इससे कागज या फिर गृह निर्माण के लिए कई तरह सामग्री तैयार की जाती थी, लेकिन अब इससे विद्युत उत्पादन की भी तैयारी की जा रही है.
यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने बताया कि उत्तराखंड शासन की अनुमति के बाद बाजपुर और नादेही चीनी मिल में बगास से विद्युत उत्पादन की तैयारी की जा रही है. इसके तहत बाजपुर में 22 मेगावाट और नादेही में 16 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा. फिलहाल, इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है. ऐसे में टेंडर आवंटित होते ही इसी वित्तीय वर्ष में इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड शासन की ओर से जारी आदेश के तहत बाजपुर और नादेही चीनी मिल में बगास से विद्युत उत्पादन के बदले चीनी मिलों को बिजली वाष्प और रॉयल्टी देगा. इसके साथ ही इन चीनी मिलों के आधुनिकीरण का कार्य भी यूजेवीएनएल ही करेगा.