उत्तरकाशी: विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम को ऑल वेदर रोड से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है. ऑल वेदर रोड के तहत उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम तक 100 किमी के लंबे गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने सर्वे शुरू कर दिया है. ईको सेंसिटिव जोन की पाबंदियों के कारण गंगोत्री धाम ऑल वेदर रोड से अछूता था.
अब ईको सेंसिटिव जोन के जोनल मास्टर प्लान को स्वीकृति मिलने के बाद गंगोत्री धाम को ऑल वेदर रोड से जोड़ने का काम शुरू हो गया है. वहीं ऑल वेदर रोड से जहां चारधाम यात्रा के यात्रियों को धाम तक पहुंचने में सुविधा होगी, तो अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने के लिए यह सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है.
बता दें साल 2012 में उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम तक के 100 किमी के क्षेत्र को ईको सेंसिटिव जोन घोषित किया गया था. जिसके नियमों के तहत सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार एनजीटी का गठन किया गया, जो कि लगातार ईको ईको सेंसिटिव जोन की निगरानी कर रही है.
वहीं केंद्र सरकार की ओर से शासन और जिला प्रशासन को जोनल मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए. प्रदेश सरकार के जोनल मास्टर प्लान को पिछली 16 जुलाई को स्वीकृति दे दी गई है. जिसमें ईको सेंसिटिव जोन क्षेत्र में विकास कार्यों को शुरू करने के लिए पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के साथ ही कुछ रियायतें दी गई हैं.
उत्तरकाशी के डीएम मयूर दीक्षित का कहना है कि उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम तक ऑल वेदर रोड का सर्वे शुरू कर दिया गया है. बीआरओ इस सर्वे को केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पूरा कर रही है. साथ ही केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही सर्वे पूरा कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे कि जल्द ही गंगोत्री धाम को ऑल वेदर रोड से जोड़ने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके.