कोरोना महामारी (Corona Outbreak) में नौकरी ढूंढना कितना मुश्किल है और काम-धंधों का कैसा बुरा हाल (Unemployment in Corona) है इसको लेकर हैरान कर देनेवाले आंकड़े सामने आए हैं. केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जुलाई को एक जॉब पोर्टल की शुरुआत की थी. इसपर 40 ही दिनों में 69 लाख लोगों ने नौकरी के लिए अप्लाइ किया लेकिन नौकरी पानेवालों की संख्या बहुत ही कम है.
एक हफ्ते में 7 लाख रजिस्ट्रेशन, नौकरी सिर्फ 691 को
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, 14 अगस्त से 21 अगस्त के बीच 7 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्टर किया. वहीं इस हफ्ते में सिर्फ 691 को नौकरी मिली.
मोदी सरकार की तरफ से आत्मनिर्भर स्किल्ड इंप्लॉय इंप्लॉयर मैपिंग (ASEEM) पोर्टल लॉन्च किया गया था. इसपर काम ढूंढनेवाले और काम देनेवाले दोनों थे. खबर के मुताबिक, नौकरी ढूंढ रहे सिर्फ 2 प्रतिशत लोगों को काम मिल पाया. वहीं 69 लाख प्रवासी मजदूरों में से 1.49 लाख लोगों को काम की पेशकश हुई लेकिन कोरोना काल में सिर्फ 7,700 ही जॉइन कर पाए.
बताया गया है कि अब इतने महीने खाली रहने के बाद लोग फिर काम पर लौटना चाहते हैं, इस वजह से इस हफ्ते नौकरी खोजने वाले बहुत तेजी से बढ़े हैं. सिर्फ एक हफ्ते में नौकरी की खोज वाले 80 फीसदी तक बढ़ गए. लेकिन नौकरी पाने वाले इस दौरान सिर्फ 9.87 फीसदी ही बढ़ पाए हैं जो चिंता की बात है.
डेटा के मुताबिक, इस पोर्टल पर 514 कंपनियां रजिस्टर हैं. इनमें से 443 ने 2.92 लाख जॉब्स पोस्ट कीं. इसमें से 1.49 लाख को नौकरी की पेशकेश की गई. इस जॉब पोर्टल पर 77 फीसदी नौकरियां 5 राज्यों के लिए हैं. इसमें कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु शामिल हैं.