अल्मोड़ा/रानीखेत: प्रसिद्ध नंदादेवी मेले का गणेश पूजन के साथ ही आज विधिवत शुभारंभ हो गया है. इस मेले का उद्घाटन चंद राज परिवार के सदस्य नरेश चंद सिंह और डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान ने संयुक्त रूप से किया. जिसके बाद अब कल से राजपरिवार के सदस्य विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान करेंगे.
अल्मोड़ा में नंदा देवी की पूजा तारा शक्ति के रूप में होती है. यह पूजा तांत्रिक विधि से होती है. नंदादेवी चंद शासकों की कुल देवी मानी जाती है. इसलिए चंद शासकों के वंशज ही इस पूजा को कराते हैं. यहां पहले से ही विशेष तांत्रिक पूजा चंद शासक व उनके परिवार के सदस्य करते आए हैं. पिछले कई सालों से मेले के अवसर पर यहां पूजा के लिए नैनीताल के पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा पहुंचते थे, लेकिन कोरोना के कारण इस साल उनके पुत्र नरेश चंद सिंह पहुचे हैं.
वहीं, मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद नरेश चंद सिंह ने कहा कि मंदिर में पूजा पाठ अन्य वर्षों के भांति ही पूरे विधिविधान के साथ होगी. कोरोना के कारण सिर्फ मेला व अन्य सांस्कृतिक क्रियाकलाप आयोजित नहीं होंगे. वहीं, मेले का समापन 28 अगस्त को मां नंदा सुनंदा की डोला यात्रा के साथ होगा.
इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि नंदा देवी पूरे उत्तराखंड की कुलदेवी है. मां पूरे प्रदेश का भला करेंगी. कोरोना के कारण मेला सादगी के साथ आयोजित किया जा रहा है. मंदिर में ज्यादा भीड़ नहीं होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा.
वहीं रानीखेत में भी बेहद सादगी से नंदादेवी मेले का उत्सव मनाया जा रहा है. यहां सुबह नंदा देवी मंदिर से नंदा देवी समिति के कुछ लोगों की मौजूदगी में औपचारिक सांस्कृतिक यात्रा निकली गई. वहीं, सोमवार से मूर्ति निर्माण शुरू होने के बाद 26 अगस्त को मूर्तियों की स्थापना की जाएगी.
बता दें इस बार कोरोना महामारी के कारण नगर में नंदाष्टमी महोत्सव औपचारिक तौर पर होगा. इससे पहले शनिवार सुबह नंदा देवी मंदिर से नंदा देवी समिति के सदस्यों ने कदली वृक्ष आमंत्रण यात्रा निकाली. यात्रा कदली आमंत्रण स्थल माधव कुंज, रायस्टेट पहुंची. जहां पुजारी विपिन चंद्र पंत, राजा की भूमिका निभा रहे हेमंत मेहरा और नंदा देवी समिति अध्यक्ष हरीश साह आदि ने पूजा-अर्चना के साथ कदली वृक्षों को आमंत्रित किया.