नौकरशाही के मनमाने रवैये से सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्त्ता भी परेशान हैं। इसे देखते हुए भाजपा ने प्रत्येक जिले में पार्टी जिलाध्यक्ष की अगुआई में कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है। इसमेंचार वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सदस्य होंगे, जबकि विधायक नामित सदस्य के रूप मेंरहेंगे। प्रदेश भाजपा की रविवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में इस पर मुहरलगाई गई। जिलों से कमेटी के माध्यम से आने वाले मामलों का पार्टी निदान कराएगी।
इसके अलावा सूबे के नगर निकायों में नामित किए जाने वाले 226 प्रतिनिधियों के लिए पार्टीजनों के नाम फाइनल कर इसी माह शहरी विकास मंत्री को सौंपे जाएंगे। भाजपा की इस कसरत को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।भाजपा की कोर कमेटी की बैठक रविवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में हुई, इसमें पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट व तीरथ सिंह रावत, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार व राजेंद्र भंडारी, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष नरेश बंसल ने शिरकत की। करीब दो घंटे तक चली बैठक में अब तक के कार्यों के साथ ही आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के अनुसार बैठक में कार्यकर्त्ताओं से मिले उस फीडबैक पर मंथन हुआ, जिसमें कहा गया कि जिलों में अधिकारी पार्टी कार्यकर्त्ताओं और आमजनता की बात नहीं सुन रहे।
इसी के दृष्टिगत प्रत्येक जिले में जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। यह कमेटी कार्यकर्त्ताओं के साथ ही जनसामान्य के तमाम मसलों पर विचार करेगी। जिस क्षेत्र से संबंधित समस्या होगी, उसका क्षेत्रीय विधायक के माध्यम से निदान कराया जाएगा। यदि समस्या शासन व सरकार के स्तर की हुई तो जिला कमेटी इसे प्रदेश भाजपा को भेजेगी। फिर मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर इसका निराकरण कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के 92 में से 90 नगर निकायों में पार्षद व सदस्य के रूप में नामित होने वाले 226 प्रतिनिधियों के लिए जिला इकाइयों से नाम मांगे गए हैं।