देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। मित्र पुलिस समय समय पर समाज में मिसाल कायम करती रहती है। इसी कड़ी में देहरादून पुूलिस ने एक और मिसाल कायम की है। देहरादून पुलिस की प्रेमनगर थाना पुलिस ने एक वृद्धाश्रम को गेद लिया है। कोरोना से महायुद्ध के बीच दून पुलिस की ये पहल बेहद सराहनीय है।
जिस वृद्धाश्रम को देहरादून पुलिस के प्रेमनगर थाने ने गोद लिया है उसका नाम साईं वृद्धाश्रम है और यह मोहनपुर क्षेत्र में है। प्रेमनगर थाने की पुलिस ने आश्रम में रह रहे सभी बुजुर्गों की देखभाल का जिम्मा लिया है। शनिवार को पुलिस ने वृद्धाश्रम में रह रहे सात बुजुर्गों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का भरोसा भी दिया।
अब तक इस आश्रम की देखभाल रघुवीर सिंह नाम के व्यक्ति की पत्नी प्रेमलता रावत कर रही थीं। आश्रम उनके घर के पीछे ही लगता हुआ है। 10 अप्रैल को प्रेमलता रावत का निधन हो गया, जिससे आश्रम अनाथ हो गया। शनिवार को किसी ने प्रेमनगर थाना पुलिस को सूचना दी कि वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों को भोजन की जरूरत है।
प्रेमनगर के एसओ धर्मेंद्र सिंह रौतेला पुलिस टीम के साथ आश्रम पहुंचे तो यहां रह रहे 70 से 90 साल के बुजुर्गों को देख उन्होंने आश्रम को ही गोद लेने की योजना बनाई। एसओ ने बताया कि पुलिस की ओर से बुजुर्गों को खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही देखभाल, समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण और उनकी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
पुलिस की पहल के बाद लोग आ रहे हैं आगे
साईं वृद्धाश्रम को गोद लेने की दून पुलिस की पहल के बाद कई लोग सेवा के लिए आगे आ रहे हैं। सिनर्जी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. कमल कांत गर्ग और डॉ. जितेंद्र वर्मा ने सभी बुजुर्गों को दवाएं और आजीवन उनके स्वास्थ्य परीक्षण की जिम्मेदारी ले ली है।
क्या कहते हैं डीआईजी
डीआईजी देहरादून अरुण मोहन जोशी का कहना है कि देहरादून पुलिस सकारात्मक सोच के साथ काम कर रही है। पहले नेहरू कॉलोनी थाना के हर कर्मचारी ने एक-एक परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाकर साबित किया कि पुलिस लोगों के साथ है। अब प्रेमनगर थाना पुलिस ने वृद्धाश्रम गोद लेकर मिसाल पेश की है। पुलिस हर कदम पर जनता के साथ है।
माता-पिता की देखभाल न की तो संपत्ति होगी वापस
बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल न करने पर ली गई संपत्ति से भी हाथ धोना पड़ सकता है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने शनिवार को चेतावनी जारी कर कहा कि कोरोना संकट में यदि बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करने में किसी तरीके की लापरवाही की जाती है, तो कानून के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन बुजुर्गों को इस दौरान किसी तरीके की समस्या हो रही हो तो वह पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर मदद ले सकते हैं।