देहरादून: कोरोना काल में नियमों के उल्लंघन मामले में खूब वसूली हुई है. प्रदेश में लॉकडाउन उल्लंघन और स्वास्थ विभाग की गाइडलाइन तोड़ने के चलते पुलिस ने अब तक राज्यभर में अलग-अलग मामलों के तहत तकरीबन 11 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल कर सरकारी खाते में जमा किया है.
इन मामलों के तहत वसूला गया करोड़ों का जुर्माना
वहीं, कोरोना काल में डिजास्टर मैनेजमेंट और महामारी एक्ट के तहत 2 करोड़ 4 लाख 44 हज़ार 300 रुपये जुर्माना वसूला गया. ऐसे में लॉकडाउन उल्लंघन जैसे तमाम तरह के मामलों के अन्तर्गत पुलिस ने 12 अगस्त 2020 तक सरकारी खजाने में कुल 10 करोड़ 88 लाख 56 हजार 550 रुपये जमा किये.
कोरोना काल में कानूनी कार्रवाई की स्थिति
राज्य भर में सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के तहत अब तक 23,279 लोगों का चालान काटा जा चुका है. जबकि, मास्क ना पहनने के तहत 1,95,196 लोगों से जुर्माना वसूला गया है. क्वारंटाइन उल्लंघन के मामलों में प्रदेश भर में अब तक 882 लोगों के खिलाफ डिजास्टर व महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि, अन्य तरह के मामलों नियमों की अनदेखी करने के आरोप में अब तक 57,715 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. वहीं, सोशल मीडिया में अफवाह फैलाने के आरोप में अब तक 211 लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कारवाई की गई है. ऐसे में कुल मिलाकर अलग-अलग मामलों के तहत अब तक 2,77,943 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है.
संवेदनशील ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मियों की स्थिति
राज्य में कोरोना काल के दौरान संवेदनशील स्थानों में ड्यूटी करने के दौरान अब तक प्रदेश भर में 178 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. हालांकि, इसमें से 95 पुलिसकर्मी उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 65 पुलिसकर्मी स्वस्थ होने के बाद ड्यूटी पर भी लौट चुके हैं. सबसे अधिक हरिद्वार जिले में अब तक 48 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं. दूसरे नंबर पर नैनीताल में 48, तीसरे नंबर उधमसिंह नगर में 31 और चौथे नंबर पर आईआरबी में 26 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं. वहीं, राज्य भर में अब तक एहतियात के तौर पर 1,906 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन किया जा चुका है. जिसमें से 1,480 पुलिसकर्मी तय समय अवधि पूरी कर ड्यूटी पर वापस लौट चुके हैं.
राज्य में कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील क्षेत्रों की संख्या
उत्तराखंड राज्य में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए वर्तमान समय में प्रदेश भर में 548 कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील किए गए हैं. सबसे अधिक 366 संवेदनशील क्षेत्र हरिद्वार जिले में सील किए गए हैं. जबकि, दूसरे नंबर पर उधम सिंह नगर है. यहां 132 कंटेनमेंट जोन सील किए गए हैं.