देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता ) : सुद्धोवाला जेल में एक के बाद एक 98 कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई है. जिसके बाद से ही सरकार और जेल प्रशासन की चिताएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में जघन्य किस्म के अपराधियों को सुरक्षा कारणों के चलते जेल में ही कोविड-19 केयर आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है. इस आइसोलेशन वार्ड के बन जाने के बाद के बाद कैदियों को दून दून अस्पताल ले जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी.अभी तक सामान्य और गंभीर किस्म के सभी 98 कोरोना संक्रमित कैदियों को एक साथ दून अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.
वहीं, इस मामले में गढ़वाल रेंज आईजी अभिनव कुमार ने बताया कि दून अस्पताल में इलाज पाने वाले कोरोना संक्रमित कैदियों में कई कैदी संगीन किस्म के अपराधी हैं. ऐसे में उनके गंभीर अपराधिक रिकॉर्ड और कोर्ट केस ट्रायल के मद्देनजर तत्काल ही दून अस्पताल या बाहर कहीं पर सुरक्षा व्यवस्था बनाना फिलहाल संभव नहीं है. अब सुरक्षा कारणों को देखते हुए पुलिस मुख्यालय और गृह विभाग के आदेश मुताबिक, सुद्धोवाला जेल में ही कोविड-19 केयर आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है. जिसके बाद गंभीर किस्म के अपराधियों को उपचार के लिए यहां शिफ्ट किया जा रहा है. जबकि, अन्य सामान्य किस्म के कैदियों के लिए भी दून अस्पताल की जगह बाहर अस्थाई रूप से जेल में ही कोविड-19 सेंटर बनाया जा रहा है.
दून अस्पताल कोरोना पॉजिटिव कैदी मरीजों के कारण बनी छावनी
बता दें कि देहरादून सुद्धोवाला जेल में वर्तमान समय में लगभग 1000 कैदी सजा काट रहे हैं. इनमें से 300 कैदियों का कोरोना सैंपल लिया गया था, जिसमें से 98कैदी कोरोना पॉजिटिव आए हैं. जिन का इलाज दून अस्पताल में किया जा रहा है.बाकी बचे 700 कैदियों की बारी-बारी से सेंपलिंग की जा रही है. इसके साथ ही जेल को सैनिटाइज किया जा रहा है. उत्तराखंड जेल ADG,पीवी के प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जल्द ही पूरे जेल में कैदियों की सेंपलिंग प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. 98 कैदियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सभी तरह के कैदियों के उपचार दून अस्पताल में कराया जा रहा है. ऐसे में सुरक्षा कारणों के मद्देनजर दून अस्पताल में तमाम सीसीटीवी कैमरों के साथ ही 2 प्लाटून पीएसी कम्पनी, 30 कांस्टेबल, 1 क्यूआरटी टीम के साथ दो दारोगा और एक इन्सपेक्टर 24 घंटे सभी कैदियों पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है.