अनुकृति गुसाईं की संस्था ने तैयार की ईको फ्रेंडली राखियां

देहरादून ( नेटवर्क 10 संवाददाता ) :भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र और कामयाबी की कामना करती हैं. ऐसे में बाजारों में कई तरह की राखियां देखने को मिल रही है, लेकिन देहरादून में मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड अनुकृति गुसाईं की सामाजिक संस्था ने एक इको फ्रेंडली तैयार की है.

दरअसल, बाजार में मिलने वाली सामान्य राखियां आमतौर पर कुछ दिन कलाई में बंधे रहने के बाद खराब होने लगती हैं, लेकिन अब एक ऐसी राखी तैयार की गई है, जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. इतना ही नहीं इसे किसी भी जगह पर बोया जा सकता हैं. जी हां, मिस एशिया पैसिफिक वर्ल्ड अनुकृति गुसाईं की सामाजिक संस्था ने इको फ्रेंडली ‘Seed Rakhi’ तैयार की है. जिसे अनुकृति की सामाजिक संस्था से जुड़ी महिलाओं ने कड़ी मेहनत से तैयार किया है.

अनुकृति गुसाईं ने बताया कि उनकी संस्था की महिलाओं ने सीड राखी तैयार किया. जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है. जिस तरह राखी के माध्यम से भाई-बहन का प्यार मजबूत होता है. उसी तरह इन सीड राखी के माध्यम से अपने पर्यावरण को भी हरा-भरा कर सकते हैं. इन राखियों में फूलों और मौसमी सब्जियों के बीज भरे गए हैं. जिसे किसी स्थान पर डाल सकते हैं.

यहां से करें ऑर्डर-

आप भी इन राखियां को बेहद किफायती दामों में खरीद सकते हैं. महज 2 राखियों के लिए आपको ₹99 देने होंगे. इन राखियों को खरीदने के लिए आपको www.yellowhills.in की वेबसाइट पर आर्डर कर सकते हैं. अभी तक देश के अलग-अलग कोने से करीब 2 हजार बुकिंग मिल चुकी है. गौर हो कि अनुकृति गुसाईं कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रबधु हैं.

बता दें कि हिंदुओं के लिए रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व होता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में राखी बांधती है. जिस राखी को बहनें अपने भाई की कलाई पर बांधती हैं, वो सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है.

इस बार रक्षाबंधन का पर्व 3 अगस्त मनाया जाएगा. 3 अगस्त को सावन का अंतिम यानी 5वां सोमवार भी है. हालांकि, इस बार कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन के त्योहार पर इसका असर देखने को मिल रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *