ऋषिकेश ( नेटवर्क 10 संवाददाता ) : मुनिकीरेती पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि उसने खुद को जिला पंचायत अध्यक्ष बताते हुए वसूली की है। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि इस मामले में चौकी प्रभारी तपोवन सुनील पंत को जांच सौंपी गई।
दरअसल, 15 जुलाई को जोत प्रसाद पुत्र सत्यनारायण निवासी फरीदाबाद ने थाना मुनिकीरेती में शिकायत कि थी। उन्होंने आरोप लगाया कि दस जुलाई को उनके व्हॉट्सएप पर खनन सामग्री भरे ट्रकों के कुछ वीडियो आए। इस नंबर पर जब उन्होंने कॉल किया, तो दूसरी ओर से किसी शख्स ने खुद को पूरण पुंडीर, जिला पंचायत सदस्य बताया। उसने कहा कि आपके पट्टे से डंपर ओवर लोड जा रहे हैं। हमे इस मामले में आपसे बात करनी है, जिसके बाद 14 जुलाई को पूरण पुंडीर एक अन्य व्यक्ति के साथ उनको विकृति क्षेत्र के एक होटल में मिलने पहुचे।
इन लोगों ने इनके कुछ डंपरों पर रॉयल्टी में छूट मांगी, जिसमें वह 700 रुपये छूट प्रति ट्रक देने के लिए सहमत हो गया। आरोप है कि इसके दो घंटे बाद ही उसके फोन पर फिर पूरण पुंडीर का कॉल आया और 20 ट्रक बिना रॉयलटी चलाने और 50 रुपये प्रति ट्रक उगाही देने की मांग की गई। ऐसा नहीं करने पर काम रुकवाने और वाहन अपने क्षेत्र से न गुजरने देने की धमकी भी दी।
थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि इस मामले में चौकी प्रभारी तपोवन सुनील पंत को जांच सौंपी गई। जांच के दौरान शिकायत कर्ता ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई गई। जांच में पता चला कि दस जुलाई से 14 जुलाई के बीच पूरण पुंडीर ने पुलिस, राजस्व, वन विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बजाए ठेकेदार से मुलाकात की।
उन्होंने बताया कि खुद को जिला पंचायत सदस्य बताने वाला पूरण पुंडीर जिला पंचायत सदस्य का पति है। आरोपित के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरण पुंडीर ने ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाई किए जाने के संबंध में एक ज्ञापन 14 जुलाई को प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती को और उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर को दिया गया था। इस पर अज्ञात व्यक्तियों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र को भी विवेचना में शामिल किया गया है।