देहरादून: डीएसटी साइंस कैम्प के आखिरी दिन विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं से वैज्ञानिक सेलिब्रिटी बनने का आह्वान किया।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आयोजित डीएसटी – इंस्पायर इण्टर्नशिप साइंस कैम्प में हाई स्कूल में अच्छे अंको से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। पांच दिवसीय कैम्प में विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को विज्ञान से सम्बन्धित विषयों जैसे की डिफ्रैक्शन ऑफ लाईट, अमिनो एसिड एनालाइजर, रिमोट सेसिंग और पास्कल्स ट्राइंगल का प्रशिक्षण दिया।
कैम्प के आखिरी दिन आज कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने छात्र-छात्राओं को तकनीकी विकास के साथ नये कौशल सीखते रहने के लिए प्रेरित किया। कैम्प में आयोजित सत्र में पीआई ग्रुप के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार डा. स्रीवरी चन्द्रसेखर ने कहा कि विज्ञान जीवन को जितना सरल बना रहा है उतनी ही चुनौतियों का कारण भी बन रहा है। मनुष्य को अच्छे व बुरे की समझ के साथ विज्ञान का उपयोग सकारात्मक बदलावों के लिए करना होगा। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक की ख्याति किसी भी अन्य क्षेत्र के व्यक्ति से ज्यादा होती है। वे लोगों के जीवन को आसान बनाने का कार्य करते हैं।
पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगण के प्रो. दिनेश खुराना ने कहा कि नम्बर थ्योरी गणित के सबसे पुराने विषयों में से एक है। यह विषय चुनौतीपूर्ण होने के साथ साथ दिलचस्प भी है। उन्होंने कहा की गणित में शोध की उपयोगिता के बजाए उसकी गहराई व खूबसूरती को महत्व दिया जाता है।
साइंस कैम्प का आयोजन केन्द्र के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया। कैम्प में संयोजक प्रो. अरूणिमा नायक व डा. अरूण कुमार शिक्षक-शिक्षिकाएं, पीएचडी स्काॅलर और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।