हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में जिला कारागार से दो कैदियों के फरार होने के मामले में प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में छह कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। उप महानिरीक्षक कारागार इसकी जांच कर रिपोर्ट देंगे।
नाटकीय घटनाक्रम के तहत जेल में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी फरार हो गए। दोनों कैदी वानर की भूमिका निभा रहे थे। रामलीला मंचन के बाद जब कैदियों की गिनती हुई तो दो कैदी कम होने से हड़कंप मच गया। डीएम व एसएसपी ने जेल का निरीक्षण कर घटना पर गहरी नाराजगी जताई। दोनों बंदियों ने सीढ़ी का उपयोग किया।
बताया गया कि निरूद्ध सिद्धदोष बंदी पंकज पुत्र मगन लाल एवं विचाराधीन बंदी रामकुमार पुत्र रक्षाराम दिनांक 11 अक्टूबर की सांयकाल को कारागार से निकल गए।
उक्त घटना में सम्बन्धित के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है । इस घटना के लिए 6 कार्मिकों प्यारे लाल आर्य, प्रभारी अधीक्षक/कारापाल, कुंवर पाल सिंह, उप कारापाल सर्किल जेलर / चक्राधिकारी, प्रेमशंकर यादव, दिन हेड वार्डर, विजय पाल सिंह, हेड वार्डर-प्रभारी गिर्दा हेड, ओमपाल सिंह, बंदीरक्षक प्रभारी निर्माण स्थल व नीलेश कुमार, हेड वार्डर प्रभारी गेटकीपर को उनके द्वारा ड्यूटी के प्रति बरती गयी लापरवाही एवं उदासीनता के निमित्त प्रथम दृष्ट्या उत्तरदायी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
घटना की विस्तृत जांच हेतु उप महानिरीक्षक कारागार को निर्देशित किया गया है। विस्तृत जांच में पाये गये तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही सम्पादित की जायेगी।