डोईवाला (नेटवर्क 10 संवाददाता ): सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सावन के पहले सोमवार पर ‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’ का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम ने लाभार्थियों को स्वरोजगार हेतु दुधारू पशु दिए. सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी योजनाएं सबसे पहले शुरू की गई है. इसमें प्रवासियों, युवाओं और महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे.
सीएम ने कहा कि इस योजना में 150 तरह के कार्य शामिल हैं. लाभार्थी अपनी रुचि और अनुभव के आधार पर कोई भी काम शुरू कर सकता है. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वरोजगार के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया है. इसमें देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
इस मौके पर उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का भी आह्वान किया. इसी क्रम में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का न केवल प्रारूप बनाया गया है, बल्कि इसका धरातल पर क्रियान्वयन भी शुरू किया जा चुका है. जिला योजना में स्वरोजगार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है.
वहीं, सीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य राज्य में दूध की उपलब्धता को भी बढ़ाना है. इसलिए निर्णय लिया गया है कि योजना के तहत दुधारू पशु राज्य के बाहर से लाए जाएंगे. इसके साथ ही बदरी गायों के संरक्षण पर काम किया जा रहा है. बदरी गाय के घी की बाजार कीमत काफी अधिक है. ऐसे में कोशिश की जा रही है कि इसकी क्षमता को भी बढ़ाया जाए. इसमें कुछ सफलता भी मिली है.
वहीं, सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में जो प्रवासी काम करना चाहते हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में व्यवस्था की गई है. इसके लिए मनरेगा में 36 हजार नए रजिस्ट्रेशन कर काम उपलब्ध कराये गये हैं.