देहरादून: उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव में इस बार 44 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए। जबकि पांच लोकसभा सीटों पर कुल 55 प्रत्याशी मैदान में थे। बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों को छोड़ दें तो अकेले निर्दलीय बॉबी पवार ऐसे प्रत्याशी हैं जो जमानत बचाने में कामयाब रहे। टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट एकमात्र ऐसी सीट रही जहाँ पर निर्दल प्रत्याशी बाबी पंवार 1.60 लाख से अधिक मत प्राप्त करके अपनी जमानत बचाने में सफल रहे।
इस लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांच सीटों पर 55 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। इनमें से 44 ऐसे उम्मीदवार थे जो अपनी जमानत बचाने में असफल रहे। लोकसभा चुनाव में जमानत बचाने के लिए प्रत्याशी को कुल वैध मतों का छठा हिस्सा प्राप्त करना होता है। इस लिहाज से टिहरी गढ़वाल सीट पर 11 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे जिसमें से 8 प्रत्याशी जमानत बचाने में असफल रहे जबकि यहाँ से निर्दलीय बॉबी पंवार 168,081 वोट लाकर अपनी जमानत बचाने में सफल रहे।
वहीं हरिद्वार सीट पर 14 प्रत्याशी मैदान पर उतरे थे इनमें से 12 प्रत्याशियों को अपनी जमानत गंवानी पड़ी। गढ़वाल सीट पर कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे लेकिन इनमे से 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। नैनीताल सीट पर 10 प्रत्याशी मैदान में थे यहाँ भी 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई। अल्मोड़ा सीट पर सात प्रत्याशी मैदान पर थे इनमें से पांच की जमानत जब्त हुई। 44 प्रत्याशी जिनकी जमानत जब्त हुई है उनमें भाजपा, कांग्रेस के अलावा बसपा, उक्रांद, सपा समेत अन्य सभी निर्दलीय उमीदवार हैं।