कानपुर (नेटवर्क 10 संवाददाता ): उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में जिला अस्पताल (District Hospital) की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर सामने आई है. यहां गंदी पानी की टंकियों से अस्पताल में पानी सप्लाई की जा रही है. इसी पानी को मरीज के साथ तीमारदार मजबूरी में इस्तेमाल कर रहे हैं. कोरोना काल में इस तरह की लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मामले की जानकारी होने पर डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही है.
बता दें कानपुर देहात कोई आम जिला नहीं है, इसी जिले में भारत को राष्ट्रपति दिया है. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) यहीं के रहने वाले हैं. लेकिन यहीं के जिला अस्पताल में खुले आसमान के नीचे पानी की टंकियां रखी हैं. किसी में भी ढक्कन नहीं है. एक दर्जन की संख्या में रखी हुई इन्हीं टंकियों से पूरे जिला अस्पताल में पानी की सप्लाई होती है. यहां तारीख को देखें तो पता चलता है कि 2017 में इस टंकी की सफाई हुई थी. 2018 में अगली होनी थी. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की यह बड़ी मेहरबानी है कि उन्होंने सालों में एक बार इस टंकी की सफाई करा दी लेकिन इसके बाद आने वाले धन को बंदरबांट करते हुए दोबारा इस टंकी की सफाई तक नहीं हुई.
बोतल बंद पानी खरीद नहीं सकते, मजबूरी है ये पानी पीना: ग्रामीण
एक तरफ कोरोना संकट को लेकर तमाम तरह की साफ-सफाई की बात कही जा रही है, दूसरी तरफ अस्पताल के मरीजों को इन खुली टंकियों से पानी सप्लाई किया जा रहा है. ऐसे में तीमारदार, मरीज बीमार नहीं होंगे तो और क्या होगा? अस्पताल में इन्हीं टंकियों से आने वाले पानी को पीने वाले ग्रामीणों से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि मजबूरी है. साहब इतना पैसा नहीं है कि बोतल का पानी खरीद के पी सकें. यही का पी रहे हैं. अब चाहे बीमार हों या कुछ भी हो, पानी तो पीना है, प्यास तो पानी से ही बुझेगी.