दिल्ली (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कोरोना महामारी को देखते हुए दिल्ली की सरकार ने केंद्र के सामने दो हफ्ते और लॉकडाउन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। आपको बता दें कि दिल्ली में लगतार मरीजों की संख्या बढ़ रही है और केंद्रीय रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में रखे गए हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों से विशेषज्ञ भी चिंतित हैं। उन्हें इस बात का अंदेशा है कि यदि दिल्ली में लॉकडाउन खुला तो संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है। इस बाबत दिल्ली सरकार द्वारा गठित डॉक्टरों की कमेटी के अध्यक्ष व यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) के निदेशक डॉ. एसके सरीन ने दिल्ली सरकार को सचेत किया है। उन्होंने दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया है। हालांकि उनकी चिंता यह है कि लंबे होते लॉकडाउन से लोगों का सब्र टूटता जा रहा है। यदि लोगों ने संयम नहीं दिखाया तो दिल्ली मुश्किल में पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में तीन मार्च को पहला मरीज सामने आया था। तब से लेकर अब तक करीब आठ सप्ताह हो चुके हैं। लंबे समय से लोग लॉकडाउन में हैं, लेकिन पहले जैसा लोगों में संयम नहीं रहा। ऐसे में मुश्किल यह है कि लॉकडाउन बढे़गा, लेकिन उनका विचार है कि दो सप्ताह तक लॉकडाउन बढ़ाया जाए। इसके पीछे वजह यह है कि तब तक दिल्ली में कोरोना का कर्व नीचे आने की उम्मीद है। अभी तो कर्व फ्लैट भी नहीं हुआ है।
हर दिन बढ़ रहे हैं 100-200 मामले
पिछले कुछ दिनों से लगातार किसी दिन 100 से ज्यादा तो किसी दिन 200 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। 102 सील जोन बन चुके थे, लेकिन यह घटकर फिलहाल 98 पर आ गए हैं।
कंटेनमेंट जोन भी ज्यादा बडे़ नहीं होने चाहिए, क्योंकि बड़े कंटेनमेंट जोन बनाने से भी लोग उसका पालन नहीं करेंगे। बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग के आंकडे़ बताते हैं कि 12 अप्रैल के बाद मामले कम हुए थे, लेकिन 21 के बाद मामले अचानक फिर से बढ़ गए। 21 अप्रैल तक 2156 मामले आए थे। इसके बाद 22 से 29 अप्रैल के बीच 59.59 फीसद मामले बढ़ गए और कुल मामले 3439 तक पहुंच गए। इस तरह आठ दिनों में 1283 मामले दर्ज किए गए। इसी आंकडे़ से विशेषज्ञ बेचैन हैं।