देहरादून: राधा रतूड़ी ने उत्तराखंड के 18 वें मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया। इसके साथ ही वे उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव भी हो गई हैं। बुधवार शाम पांच बजे सचिवालय में निवर्तमान मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मुख्य सचिव श्रीमती रतूड़ी को पदभार सौंपा।
इस अवसर पर नवनियुक्त मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का कहना है कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी भी प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तराखण्ड को आगे ले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी के मूल मंत्र सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि की दिशा में एक टीम के रूप में कार्य करते हुए देश का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप अंतिम व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में लगातार कार्य किया जाएगा।
आईएएस राधा रतूड़ी अपने 36 वर्ष के कार्यकाल में कई अहम पदों पर रही हैं। वो राज्य के सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर अलग राज्य बनने के बाद आसीन होने वाली पहली महिला आईएएस अधिकारी होंगी। 1973 बैच की आईपीएस अधिकारी कंचन चौधरी भट्टाचार्य वर्ष 2004 में राज्य की पहली महिला डीजीपी बनी थीं। आईएएस राधा रतूड़ी के पति 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी अनिल रतूड़ी भी डीजीपी रहे हैं। यह संयोग राज्य में पहली बार होगा, जब पति व पत्नी, दोनों ही प्रशासनिक व Police सेवा के वरिष्ठतम पद पर आसीन हुए हों।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री अरविंद सिंह ह्यांकी, श्रीमती राधिका झा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।