सिलक्यारा टनल हादसा: बाबा बौखनाग ने दिया वचन, जाने क्या कहा देवता ने…

  • बाबा बौखनाग देवता के दरवार पहुंची कंपनी
  • जिंदगी के लिए जद्दोजहद जारी
  • तीन दिन के भीतर बाहर निकल आएंगे सभी मजदूर

उत्तरकाशी: सिलक्यारा टनल में पिछले 16 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। उन्हें बाहर निकालने के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए नवयुगा कंपनी बाबा बौखनाग देवता की शरण में पहुंच गई है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार ने रविवार को भाटिया गांव पहुंचकर देवता से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए प्रार्थना की है।

बाबा बौखनाथ देवता ने पश्वा पर अवतरित होकर सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने का वचन दिया। साथ ही सभी बताया कि सभी मजदूर कुशल हैं। अगले तीन दिन के भीतर सभी सकुशल बाहर आ जाएंगे। साथ ही आगे मशीनों में किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होने का भी भरोसा दिलाया।

बता दें कि सिलक्यारा में 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने को लेकर सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी।  12 नवंबर को भूस्खलन के कारण टनल ढह गई, जिससे 41 लोग अंदर फंस गए, स्थानीय लोग इसके इस हादसे के पीछे का कारण बाबा बौखनाग के क्रोध को बता रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार बाबा बौखनाग को क्षेत्र का रक्षक माना जाता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि परियोजना शुरू होने से पहले सुरंग के मुहाने के पास एक छोटा मंदिर बनाया गया था और स्थानीय मान्यताओं का सम्मान करते हुए, अधिकारी और मजदूर पूजा करने के बाद ही सुरंग में प्रवेश करते थे। हालांकि, कुछ दिन पहले, निर्माण कंपनी प्रबंधन ने इसे हटा दिया था। लोगों का मानना ​​है कि इसी वजह से दुर्घटना हुई।

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