नैनीताल (नेटवर्क 10 संवाददाता ): शहर की रीढ़ कही जाने वाली नैनीताल की चाइना पीक में बीते कुछ महीनों से भूस्खलन हो रहा था. इसको लेकर राज्य सरकार काफी गंभीर दिखने लगी है. राज्य सरकार ने हाई पावर कमेटी नैनीताल की चाइना पीक और नैनी पीक समेत आसपास की पहाड़ियों का गहनता से निरीक्षण कर अध्ययन करने भेजी है. देहरादून वाडिया इंस्टीट्यूट और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया समेत कई अन्य विभाग भी इस कार्य में जुटे हुए हैं.
बता दें कि, नैनीताल की चाइना पीक पर इस साल फरवरी माह से लगातार भूस्खलन हो रहा था. इस दौरान एकाएक चाइना पीक में करीब 4 मीटर चौड़ी और 30 मीटर लंबी दरार पड़ने से प्रशासन में हड़कंप मच गया था. इसके बाद जिला प्रशासन ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी थी. राज्य सरकार ने संज्ञान लेते हुए इस पहाड़ी के ट्रीटमेंट और नैनीताल के अस्तित्व को बचाने के लिए हाई पावर कमेटी गठित कर नैनीताल भेजी है. कमेटी के लोग इन दिनों विभिन्न क्षेत्रों में जाकर इन पहाड़ियों का निरीक्षण कर रहे हैं.
टीम के अधिकारी पीयूष रौतेला का कहना है कि सर्वे के बाद प्राप्त आंकड़ों के आधार पर विस्तृत कार्य योजना बनाई जाएगी जिससे भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि टीम भूस्खलन वाले क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल रेजेस्टिविटी इमेजिंग मशीन द्वारा जमीन के अंदर करीब 140 मीटर गहराई तक भूमि की स्कैनिंग कर आंकड़े जुटा रही है.