बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख भले ही बदली, लेकिन पुरोहितों ने तय समय पर कर ली पूजा-अर्चना

चमोली से जिला संवाददाता जितेंद्र पंवार की रिपोर्ट

चमोली: देश मे कोरोना महामारी के चलते भले ही प्रदेश सरकार द्वारा बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि में परिवर्तन कर इसे 15 मई कर दिया गया है । मगर चार धाम महापंचायत के आवाह्नन पर बद्रीनाथ धाम के हक हकूकधारी , डिमरी धार्मिक पंचायत , व पुजारियों ने कपाटोद्घाटन की पूर्व निर्धारित तिथि 30 अप्रैल को आज सुबह बह्ममूर्त में उठकर अपने अपने घरों में पूजा अर्चना व विष्णुसहस्रनाम का हवन किया , साथ ही भगवान बद्रीविशाल जी से कपाट खुलने में हो रही देरी के लिए छमा याचना की । और कोरोना महामारी से उभरने के लिए भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना भी की ।
15 मई को विधिवत तरीके से खुलेंगे कपाट

20 फरवरी 2020 को चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अस्तित्व में आने के बाद उत्तराखंड के चारो प्रमुख धामों के संचालन का जिम्मा देवस्थानम बोर्ड के अधीन आ गया है । इस वर्ष यात्रा के संचालन को लेकर सरकार तैयारियों में जुट भी गई थी , मगर देश मे फैले कोरोना महामारी ने सरकार के अरमानों पर पानी फेर दिया है । उत्तराखंड में तीनों धामों के कपाट तो पूर्व निर्धारित तिथि पर ही खोल दिए गये है मगर बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी को केरल से उत्तराखंड आने पर क्वारेंटीन किये जाने के कारण बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की पूर्व निर्धारित 30 अप्रैल की तिथि को देवस्थानम बोर्ड के हस्तक्षेप के बाद टिहरी राजदरबार में बदल दिया गया और कपाट खुलने की नई तिथि 15 मई कर दी गयी।

पुजारी नहीं हैं खुश

नई तिथि के एलान के बाद बद्रीनाथ के पुजारियों व हक हकूकधारियो ने जिसका  जमकर विरोध भी किया , मगर अंततः भगवान बद्रीबिशाल जी के कपाट खुलने की नई तिथि 15 मई पर ही मुहर लगी। लेकिन कपाट खुलने की नई तिथि से फिर भी पुजारी खुश नही है । कपाटोद्घाटन की पूर्व तिथि 30 अप्रैल को आज बद्रीनाथ धाम के पुजारियों ने ब्रह्ममूर्त में उठकर अपने अपने घरों में भगवान बद्रीविशाल की फोटो की पूजा अर्चना की व विष्णुसहस्रनाम का हवन किया।

ब्रह्ममुहूर्त में किया गया हवन

धाम के पुजारी पंकज डिमरी ने कहा कि 29 अप्रैल तक भगवान बद्रीबिशाल की पूजा देवताओं द्वारा की जा रही थी , मगर 30 अप्रैल से यह पूजा नरो द्वारा की जानी थी मगर कपाट खुलने में हो रही देरी के कारण धाम के सभी पुजारियों ने कपाटोद्घाटन की पूर्व निर्धारित तिथि पर आज 30 अप्रैल को ब्राह्ममूर्त में  उठकर भगवान बद्रीविशाल की पूजा अर्चना व विष्णुसहस्रनाम का हवन किया । साथ ही भगवान बद्रीनारायण से कपाट खुलने में हो रही देरी के लिए क्षमा भी की । धाम के पुजारी पंकज डिमरी ने कहा कि देश मे फैली कोरोना महामारी से उभरने के लिए भी भगवान बद्रीबिशाल से विनती की जा रही है ।

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