पिथौरागढ़ (नेटवर्क 10 संवाददाता)। पिथौरागढ़ में जल्द ही अब पिरूल से बिजली का उत्पादन शुरू होने वाला है। इसके लिए तेजी से काम हो रहा है। पिरूल यानी चीड़ की पत्तियां। चीड़ की सूखी पत्तियों से बिजली बनाने का प्रोजेक्ट सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इस पर आगे बढ़ा जडा रहा है। इस प्रोजेक्ट से लोगों को स्वरोजगार भी मिलेगा और प्रदेश को ग्रीन एनर्जी भी प्राप्त होगी।
बताया गया है कि पिथौरागढ़ में पिरूल से वैकल्पिक ऊर्जा बनाने के लिए विभाग के माध्यम से अनुबंध हो चुके हैं। चारों परियोजनाएं जल्द ही शुरू हो जाएंगी। इनसे सौ किलोवॉट बिजली पैदा होगी। आपको बता दें कि पिथौरागढ़ में जहां तहां चीड़ के जंगल हैं। बिजली बनाने के लिए जब पिरूल को इकट्ठा किया जाएगा तो जंगलों में आग लगने का खतरा भी नहीं रहेगा और प्रदेश को वैकल्पिक ऊर्जा मिलेगी सो अलग।
हाल ही में बेरीनाग के त्रिपुरादेवी में अवनि संस्था ने पिरूल से बिजली बनाने का प्रदर्शन भी किया था। इधर अब उरेडा के माध्यम से जिले में चार स्थानों डीडीहाट के चौबाटी और मिर्थी, कनालीछीना विकास खंड के डांगटी और बेरीनाग के हजेती में चीड़ के पीरूल से बिजली पैदा होगी। चौबाटी में उद्यमी दीवान सिंह को इसके लिए बैंक से ऋण मिल चुका है। 25 किलोवॉट बिजली उत्पादन के लिए सभी कार्य पूरे कर मशीन लगा दी गई है। तीन अन्य स्थानों पर भी आगे की कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है।