हल्द्वानी (नेटवर्क 10 संवाददाता)। एवरेस्ट की चोटी फतह करने वाले सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरू का रविवार को हल्द्वानी में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। आपको बता दें कि सूबेदार पनेरू जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। पेट्रोलिंग के वक्त वे गहरी खाई में गिर गए थे।
सूबेदार पनेरू हल्द्वानी के गोरापड़ाव में रहते थे। उनकी उम्र महज 38 साल थी। वे 6 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। गुरुवार की सुबह कुपवाड़ा सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान हवलदार पनेरू की खाई में गिरकर मौत हो गयी।
शहीद पनेरू के अंतिम संस्कार में कोरोना के चलते बहुतायत में लोग तो शामिल नहीं हुए लेकिन उनको अंतिम विदाई देने वाला पूरा प्रदेश परोक्ष रूप से जुड़ा था। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य भी शरीक हुए। सूबेदार पनेरू की ढाई साल की बेटी साक्षी व सात साल का बेटा यश है।
सूबेदार पनेरू का पार्थिव शरीर शनिवार की दाेपहर सेना के हेलीकॉप्टर से बरेली लाया गया था । वहां से दूसरे हेलीकाॅप्टर से देह को दोपहर ढाई बजे आर्मी स्टेशन हल्द्वानी ले आया गया। जहां सैन्य अफसरों ने पुष्पचक्र अर्पित किए और जेसीओ व जवानों की टुकड़ी ने शस्त्र झुकाकर शोक सलामी दी।
रविवार करीब साढे़ सात बजे पार्थिव शरीर जवान के घर गोरापड़ाव लाया गया। जहां कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। उसके बाद अंतिम यात्रा रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट के लिए निकाली गई।