रुड़की (नेटवर्क 10 संवाददाता): जेल में बंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद शुरू की गई है. रुड़की उपकारागार में पिछले लंबे समय से सजा काट रही बंदी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक संस्था ने बीड़ा उठाया है. बंदी महिलाओं को रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के फैसले की रुड़की प्रशासन सराहना कर रहा है. बता दें रुड़की उपकारागार में वर्तमान में 19 बंदी महिलाएं है. जो विभिन्न अपराधों में सजा काट रहीं हैं. वहीं, इस कोरोना महामारी में इन महिलाओं के लिए एक संस्था मास्क, जूट के बैग सहित अन्य सामग्री बनाने के गुर सिखा रही है. ताकि महिलाएं जेल से निकलने के बाद आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपने आप को स्थापित कर सकें.
रुड़की ज्वांइट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने जेल का निरीक्षण कर महिलाओं का उत्साह बढ़ाया है. उन्होंने कहा महामारी में इस तरह काम करना महिलाओं को यह विश्वास दिलाता है कि वे आत्मनिर्भर रहते हुए अपना जीवन व्यतीत कर सकती हैं.