काशीपुर (नेटवर्क 10 संवाददाता) : राजकीय चिकित्सालय में तैनात आशा वर्कर की मंगलवार को तबीयत बिगड़ने पर देर शाम एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि आशा वर्कर को खांसी और सांस लेने में तकलीफ थी. जिसके मौत की सूचना मिलने पर काशीपुर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिना किसी को भनक लगे मृतका के घर जाकर उसका सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली लैब भेज दिया.
दरअसल, आशा वर्कर काशीपुर में अपने पति और पुत्री के साथ रहती थी. जिसे कई दिनों से खासी की शिकायत थी. मृतिका के पति ने बताया कि उनकी पत्नी को कई दिनों से खांसी और सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. हालत बिगड़ने पर उसे एसपी गुप्ता नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. जहां से डॉक्टरों ने उसे उजाला हॉस्पिटल रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
वहीं, आशा वर्कर की मौत की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में कोरोना नोडल अधिकारी डॉक्टर अमरजीत सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को तुरंत मृतका का सैंपल लेने के लिए उसके घर भेजा. जहां पहुंचकर टीम ने मृतका सैंपल लेकर उसे रुद्रपुर से दिल्ली लैब के लिए भेज दिया है.