CHARDHAM YATRA 2023: वाहनों से यात्रा पर आने वालों के लिए गाइडलाइन जारी, पढ़ें जरूरी दिशा निर्देश

CHARDHAM YATRA 2023: उत्तराखंड की विश्वप्रसिद्ध चारधाम यात्रा आगामी 22 अप्रैल 2023 से शुरू हो रही है। चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होनी बाकी है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री सहित यमुनोत्री धाम पर यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। केदारनाथ व बदरीनाथ धाम की यात्रा करने के लिए 21 फरवरी से आनलाइन पंजीकरण शुरू हो चके हैं। बीते 4 दिनों में अब तक करीब एक लाख लोग केदारनाथ व बदरीनाथ यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। पंजीकरण के शुरूआती रूझान को देखते हुए सरकार को इस बार भी चारधाम यात्रा में नया रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है।

सरकार की ओर से यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से गाइडलइान जारी की गई है। परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहन चालकों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। गतिमान वाहन में टेप रिकॉर्डर, सीडी प्लेयर, रेडियो का संचालन नहीं करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, चप्पल पहनकर वाहन नहीं चलाने की अपील की गई है।आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि बनाए गए सभी दिशा-निर्देश चेकपोस्ट, बस अड्डे और स्टेशनों पर चस्पा किए जाएंगे।

चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालक क्या करें

  • चारधाम यात्री पंजीकरण करवाएं, ट्रिप कार्ड अवश्य लें।
  • कॉमर्शियल वाहन (बसों, टैक्सी आदि) का ग्रीन कार्ड हासिल करने के साथ ही यात्रा पर जाएं।
  • 4225 मिलीमीटर से अधिक व्हील बेस, 250 सेंटीमीटर से अधिक चौड़ाई वाले वाहनों को चारधाम यात्रा पर ना ले जाएं।
  • कॉमर्शियल वाहनों के चालक डीएल को हिल इंडोर्स जरूर करवाएं।
  • चारधाम यात्रा पर सिर्फ दक्ष और अनुभवी चालक ही गाड़ियों का संचालन करें।
  • गाड़ियों में फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन उपकरण, लकड़ी का गुटका, रस्सी रखना अनिवार्य होगा।
  • यात्रा शुरू करने से पहले गाड़ियों का ब्रेक, गियर, टायर, स्टीयरिंग की भलीभांति जांच करनी होगी।
  • पर्वतीय मार्ग पर मोड़ों पर हॉर्न बजाना अनिवार्य होगा।
  • वाहन को सुरक्षित स्थान पर पार्क करते समय हैंड ब्रेक और टायर पर लकड़ी का गुटका अवश्य लगाएं।
  • पर्वतीय इलाकों में मौसम खराब होने, भूस्खलन होने की स्थिति में जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा।
  • यात्रा शुरू करते समय और वापसी में यात्रा चेकपोस्ट पर तमाम जानकारियां मुहैया करानी होंगी।
  • गाड़ियों में कूड़ेदान रखना अनिवार्य होगा।
  • चालक लगातार गाड़ियों का संचालन ना करें। यात्रा के दौरान जगह-जगह विश्राम करना होगा।
  • मौसम खराब होने की स्थिति में प्रशासन से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

क्या ना करें

  • प्राइवेट वाहन किराये पर लेकर यात्रा ना करें
  • चारधाम यात्रा पर जाने वाली गाड़ियों के चालक तेज गति से गाड़ी ना चलाएं।
  • गाड़ियों में ज्वलनशील पदार्थ मलसन पेट्रोल, डीजल, गैस सिलिंडर न रखें।
  • नशे की हालत में गाड़ी कतई ना चलाएं।
  • यात्रा मार्गों पर गंदगी कतई ना फैलाएं।
  • गाड़ी चलाते समय धूम्रपान ना करें।
  • यात्रा के दौरान टेप रिकॉर्डर, सीडी प्लेयर, रेडियो का इस्तेमाल कतई ना करें।
  • गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें।
  • यात्रा मार्ग पर रात के समय गाड़ियों का संचालन ना करें।
  • चप्पल पहनकर गाड़ी ना चलाएं।
  • वाहन में चालक कक्ष में अनावश्यक सामान, पानी की बोतल आदि ना रखे।
  • यात्रा के दौरान चालक अनावश्यक वार्तालाप ना करें।
  • वाहन में घिसे हुए टायरों का प्रयोग ना करें ।
  • पर्वतीय मार्गों पर ओवरटेक ना करें। पर्याप्त स्थान मिलने पर ही ओवरटेक करें।
  • यात्रा निर्धारित समय अवधि में ही पूरी करें, जल्दबाजी कतई ना करें।

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