चुनाव आयोग ने बताया है कि गुजरात में 18 फरवरी 2023 को विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल खत्म हो रहा है. इस बार 4 करोड़ 90 लाख 89 हजार 765 लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इनमें 2 करोड़ 53 लाख से ज्यादा पुरुष मतदाता और 2 करोड़ 37 लाख से ज्यादा महिला मतदाता हैं. इस बार कुल पोलिंग स्टेशन 51 हजार 782 होंगे.
चुनाव का कार्यक्रम | तारीख |
पहला चरण | 1 दिसंबर |
दूसरा चरण | 5 दिसंबर |
पहले चरण के लिए अधिसूचना | 5 नवंबर |
दूसरे चरण के लिए अधिसूचना | 10 नवंबर |
कुल पोलिंग स्टेशन | 51 हजार 782 |
नतीजे | 8 दिसंबर |
गिर फॉरेस्ट के लिए भी पोलिंग स्टेशन, यहां एक ही वोटर
आयोग ने बताया कि 33 पोलिंग स्टेशन ऐसे होंगे, जो यंग पोलिंग टीम द्वारा संचालित किए जाएंगे. ये युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित करेगा. अनोखे पोलिंग स्टेशन रहेंगे. शिपिंग कंटेनर को भी पोलिंग स्टेशन बनाया गया है. पहली बार शिपिंग कन्टेनर भी पोलिंग स्टेशन के रूप में काम करेगा. गिर फॉरेस्ट के लिए एक पोलिंग स्टेशन होगा, जहां एक ही वोटर है. पोस्टल वोट के लिए चुनाव आयोग के प्रतिनिधि जाएंगे. गिर फॉरेस्ट के लिए एक पोलिंग स्टेशन होगा जहां एक ही वोटर है.
अब तक गुजरात के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होती रही है. लेकिन इस बार का चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है. आम आदमी पार्टी ने इस चुनावी समर में जोरदार एंट्री मारी है. आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार गुजरात का दौरा कर रहे हैं औऱ खासकर बीजेपी पर जमकर हमलावर हैं. केजरीवाल अपनी पार्टी को बीजेपी के सबसे बड़े विकल्प के रुप में पेश करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
मुख्यमंत्री का चेहरा कौन?
वहीं मुख्यमंत्री चेहरे की बात करें तो कांग्रेस या आम आदमी पार्टी ने अभी तक किसी नाम का ऐलान नहीं किया है. वहीं बीजेपी के पास भी फिलहाल कोई बड़ा चेहरा गुजरात में नहीं दिख रहा है, जिसके बल पर चुनाव लड़ा जा सके, क्योंकि यहां भी बीजेपी मुख्यमंत्री बदलती रही है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता है बीजेपी भूपेंद्र पटेल के चेहरे पर दांव लगाएगी. इन परिस्थितियों को देखते यह लगभग साफ है कि गुजरात में चुनाव सभी दल अपने केंद्रीय नेतृत्व के चेहरे के बल पर ही लड़ेंगे. वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चुनाव में उतरने की घोषणा कर दी है.
2017 विधानसभा चुनाव के आंकड़े
साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने छठी बार जीत हासिल की थी. बीजेपी ने 182 सीटों में 99 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं कांग्रेस को 77 सीटों पर जीत मिली, जबकि अन्य के खाते में 6 सीटें गई थीं. गुजरात में बहुमत हासिल करने के लिए 92 सीट पर काबिज होना जरुरी है.