देहरादून: कलम दवात पूजा के अवसर पर धूम धाम से श्री चित्रगुप्त महोत्सव का आयोजन हुआ। पूर्व आइ जी पुष्पक ज्योति ने कहाँ की जाति धर्म से ऊपर उठ कर समाज के लिए कार्य करने की ज़रूरत है। उन्होंने याद दिलाया की करोना काल के दौरान सामाजिक संगठनों ने जिस तन्मयता से सहयोग किया वह केवल हिंदुस्तान में ही दिखता है। उन्होंने इस पावन पर्व पर एक साथ भगवान श्री चित्रगुप्त जी के जन्मोत्सव को मानने पर सभी को बधाई दी। वरिष्ठ पत्रकार और समाज सेवी प्रखर मिश्रा ने भगवान श्री चित्रगुप्त जी के बिषय में सभी लोगों को विस्तृत रूप से बताया। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा देहरादून स्थित राम मंदिर में कलम दवात पूजा के अवसर पर भगवान श्री चित्रगुप्त महोत्सव का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने बताया की यमदेव के मुख्य सहायक भगवान श्री चित्रगुप्त जी के वंशज कायस्थ समाज में कलम दवात का आज विशेष पूजन होता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान श्री चित्रगुप्त सभी के कर्मो का लेखा-जोखा रखने का कार्य करते हैं। इसलिए इनका मुख्य कार्य लेखनी से जोड़कर देखा जाता है, यही कारण है कि भाई दूज के दिन चित्रगुप्त जी के प्रतिरूप के तौर पर कलम या लेखनी का पूजन भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चित्रगुप्त जी का पूजन करने से बुद्धि, वाणी और लेखनी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय पार्षद संगीता गुप्ता और एबीकेएम के पदाधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में मशहूर भजन गायिका रेखा शर्मा और पीयूष निगम के द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त जी के भाजनों ने समा बाधा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश महासचिव सर्वेश माथुर ,बिधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मोहन श्रीवास्तव, राजनीतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रवि सरन, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष अनिता सक्सेना , प्रदेश कोषाध्यक्ष हितेंद्र सक्सेना , युवा प्रदेश अध्यक्ष सौरभ सक्सेना, प्रदेश सह संगठन मंत्री सुशील सक्सेना, देहरादून के अध्यक्ष जितेंद्र श्रीवास्तव सहित सैकड़ों लोगों ने सिरकत किया । कार्यक्रम में भजन गायन के उपरांत विधि विधान के साथ पूजा सम्पन्न हुआ जिसमें हवन में उपस्थित लोगों के साथ साथ स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।