नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अक्टूबर को धनतेरस के मौके पर 10 लाख कर्मियों के लिए नियुक्ति अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। इस अभियान को रोजगार मेले का नाम दिया गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री पहले चरण में 75,000 नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौपेंगे। नियुक्त किए लोगों को प्रधानमंत्री संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान इन युवाओं से वर्चुअली बातचीत भी करेंगे। जॉब कैंपेन के तहत रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, केंद्रीय जांच ब्यूरो, सीमा शुल्क और बैंकिंग, सशस्त्र बल कर्मी, सब-इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल, एलडीसी, स्टेनो, पीए और इनकम टैक्स इंस्पेक्टर सहित 38 विभागों में देशभर से चुने गए युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी। इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री कार्यालय ने दी है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि 10 लाख नौकरियां केंद्र सरकार के 38 मंत्रालयों और विभागों के जरिए भरी जाएंगी। अभी ग्रुप ए (गजेटेड) कैटेगरी में 23584, ग्रुप बी (गजेटेड) कैटेगरी में 26282, वहीं ग्रुप सी की नॉन गेजेटेड कैटेगरी में 8.36 लाख पोस्ट खाली हैं। अकेले रक्षा मंत्रालय में ग्रुप बी (नॉन गेजेटेड) के 39366 और ग्रुप सी के 2.14 लाख पद खाली हैं। रेलवे में ग्रुप सी के 2.91 लाख और गृह मंत्रालय में ग्रुप सी नॉन गेजेटेड कैटगरी के तहत 1.21 लाख पद खाली हैं।
गौरतलब है कि 14 जून, 2022 को पीएम मोदी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी थी कि अगले अगले डेढ़ सालों में यानि 2023 के आखिर तक केंद्र सरकार अपने अलग अलग विभागों और मंत्रालयों में 10 लाख लोगों की भर्ती करेगी।
पीएम मोदी गुजरात, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लगातार दौरे करेंगे। प्रधानमंत्री के इन दौरों में रक्षा से लेकर कूटनीति तक और शिक्षा से पर्यावरण तक, कई क्षेत्र शामिल होंगे। इतना ही नहीं पीएम मोदी के इन दौरों में आध्यात्मिक विरासत से खेल तक, सड़कों से लेकर रोपवे तक, मंदिर के जीर्णोद्धार से लेकर पर्यटन तक, लाइट हाउस से LiFE तक और बुनियादी ढांचे से लेकर उद्योगों तक के क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी 23 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचेंगे। यहां वह भगवान रामलला विराजमान की पूजा और दर्शन करेंगे और उसके बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान पीएम भगवान श्री राम के राज्य-अभिषेक में शामिल होंगे। और फिर आखिर में प्रधानमंत्री सरयू नदी के नए घाट पर दिव्य आरती देखेंगे और इसके बाद वह भव्य दीपोत्सव समारोह में शामिल होंगे।