देहरादून: उत्तराखंड बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार सिंह फोनिया का शुक्रवार को निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थे उनके निधन की खबर से प्रदेश भाजपा में शोक की लहर है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर शोक जताया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी संगठन एवं राज्य के विकास में उनका योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।
केदार सिंह फोनिया उत्तराखंड की राजनीति में दो दशक से भी ज्यादा समय तक सक्रिय रहे। वे उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी।
1969 में लड़ा था पहली बार निर्दलीय चुनाव
केदार सिंह फोनिया ने 1969 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे। तब 1991 में विधानसभा चुनाव लड़े और यूपी में कल्याण सिंह की सरकार में पर्यटन मंत्री रहे। इस दौरान पहली बार यूपी सरकार ने राममंदिर के लिए 2.77 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी। तब उस फाइल पर बतौर पर्यटन मंत्री फोनिया ने ही हस्ताक्षर किए थे।
वर्ष 1993 और 96 में हुए विधानसभा चुनाव में भी जीत गए थे। उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद अंतरिम सरकार में भी वे लोक निर्माण विभाग और पर्यटन मंत्री रहे। उत्तराखंड में 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी, लेकिन खंडूरी सरकार में वे मंत्रीमंडल में शामिल नहीं हो पाए थे।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री केदार सिंह फोनिया जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।
भगवान दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिवार को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति: शांति: शांति: pic.twitter.com/yXHTvO0iIr
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 14, 2022