देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने कुमाऊं एसपी के गनर सहित दो पुलिस जवानों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने पुलिसकर्मी दीपक शर्मा और अमरीश गोस्वामी को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से पुलिस ने परीक्षा लीक से जुटाए 35.89 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं। इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसटीएफ को अब तक 1.25 करोड़ के लेनदेन का पता चला है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने बीते 24 घंटे में कुमाऊं में ताबड़तोड़ दबिश दी है और एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए देहरादून लेकर आई। रात भर चली गहन पूछताछ और साक्ष्य की कड़ी जोड़ने में एसटीएफ टीम को सफलता मिली है। पूछताछ के बाद एसटीएफ ने पुलिसकर्मी दीपक शर्मा और अमरीश गोस्वामी को गिरफ्तार किया है।
STF की पूरी टीम एक के बाद एक कड़ियों को जोड़ कर गिरफ्तारियां और महत्वपूर्ण साक्ष्य-सबूत जुटा रही है। जांच में सामने आया है कि गढ़वाल से लखनऊ और फिर कुमाऊं तक इस घपलेबाजी के तार जुड़े हैं। अबतक की जांच में उत्तराखंड एसटीएफ ने कई अहम सबूत जुटाए हैं। गूगल सर्च हिस्ट्री ने UKSSSC परीक्षा परीक्षा पेपर लीक से संबंधित कई अहम राज खोले हैं। बताया जा रहा है कि एग्जाम से पहली रात को पेपर सॉल्व किए गए थे। पेपर लीक कर परिणाम गड़बड़ी मामले में अब तक लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी सहित 11 लोग STF ने गिरफ्तार किए हैं, जिसमें जयजीत दास, मनोज जोशी (एक ही नाम के दो व्यक्ति हैं), कुलवीर सिंह चौहान, शूरवीर सिंह चौहान, गौरव नेगी, दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी और अभिषेक वर्मा (लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस), दीपक शर्मा और अमरीश गोस्वामी शामिल हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच सही दिशा में चल रही है। अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसटीएफ की छानबीन जारी है और आगे भी इस मामले में जिसकी संलिप्तता मिलेगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।