देहरादून: नेता प्रतिपक्ष नियुक्त होने के बाद देहरादून पहुंचे यशपाल आर्य ने प्रीतम सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। वहीं, इस मुलाकात को कांग्रेस विधायकों के विरोध से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस हाईकमान के नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष सहित उप नेता प्रतिपक्ष के चयन के बाद से ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह नाराज चल रहे हैं।
बता दें, कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की हार के बाद नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के चयन में लंबा समय लिया है। यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष और करन माहरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, जिसके बाद पार्टी में गुटबाजी और भी हावी हो गई है। अब पार्टी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ रही है। इसके बाद से पार्टी के पदाधिकारियों ने इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। तो वहीं, नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष और उप नेता का चुनाव कुमाऊं से होने के बाद गढ़वाल के कांग्रेसियों में नाराजगी देखने को मिल रही है। नेता प्रतिपक्ष पद के लिए प्रीतम सिंह, हरीश धामी और राजेंद्र भंडारी रेस में थे। ऐसे में यशपाल आर्य के चुने जाने के बाद पार्टी के करीब 10 विधायक नाराज बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष सहित नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष के चयन के बाद कांग्रेस में विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। वहीं, राजनीतिक गलियारों में खबरों से बाजार गर्म है कि कांग्रेस के 10 विधायक बुधवार को देहरादून में एक अहम बैठक कर सकते हैं। जिसके बाद दल बदल की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है। इस सबके बीच आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के यमुना कॉलोनी स्थित आवास में उनसे मुलाकात करने पहुंचे। दोनों नेताओं की बातचीत के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अब कांग्रेस नेता नाराज खेमे के विधायकों को मनाने की कवायद में जुट गए हैं। वहीं मीडिया से बातचीत में यशपाल आर्य ने कहा कि प्रीतम सिंह पार्टी का बड़े नेता हैं। इनका कांग्रेस पार्टी में बहुत बड़ा योगदान है। साथ ही राजनीतिक तौर पर मजबूत पहचान है। ऐसे में उनको मनाने का कोई सवाल नहीं उठता है। मैं उसने मिलने आया हूं क्योंकि यह मेरा फर्ज बनता है।