देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। मुख्यमंंत्री के मीडिया सलाहकार व वरिष्ठ पत्रकार रमेश भट्ट और उनके परिवार पर जमीन विवाद को लेकर आरोप लगे तो उन्होंने इस बारे में अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली। इस पोस्ट में रमेश भट्ट ने कहा कि उन पर और उनके परिवार पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो बेबुनियाद और झूठे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने तक उन पर इस तरह के आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि उनकी छवि खराब की जा सके। आपको बता दें कि ये आरोप हल्द्वानी के उस जमीन कारोबारी ने लगाए हैं जो हमेशा से आरोपों के घेरे में रहता है। उसका हजारों करोड़ का कारोबार है और विवादों से उसका पुराना नाता रहा है। उसे कुमाऊं का बड़ा भू माफिया कहा जाता है।
रमेश भट्ट ने जब इस संबंध में फेसबुक पर पोस्ट डाली और अपनी बात कही तो उनके समर्थन में युवाओं, समाजसेवियों और पत्रकारों का एक बड़ा वर्ग सामने आया है। सभी ने अपनी प्रतिक्रियाएं यहां दी हैं और रमेश भट्ट को साफ और ईमानदार छवि का बताया है। प्रतिक्रिया देने वालों में ऐसे लोग भी हैं जो रमेश भट्ट को पिछले दो दशकों से जानते हैं और उनके साथ काम किया है। समाजसेवा से जुड़े तमाम वो लोग भी हैं जो उत्तराखंड लौटने के बाद रमेश भट्ट के संपर्क मे आए हैं। उन्होंने भी रमेश भट्ट को ईमानदार एवं दूसरों की मदद के लिए हमेशा काम करने वाला बताया है।
रमेश भट्ट के समर्थन में आने वाला एक बड़ा वर्ग युवाओं का है। इनमें कुमाऊं क्षेत्र के ज्यादातर युवा हैं जो आरोप लगाने वाले की पृष्ठभूमि भी जानते हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया और कुछ लोकल अखबारों द्वारा प्रकाशित की गई खबर पर भी सवाल उठाए हैं। इन लोगों ने खबर को फर्जी तो नहीं बताया लेकिन इतना जरूर कहा कि किसी की तहरीर पर खबर बनाकर आरोपों के आधार पर अपराध करार देना कहां तक सही है।