देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। एक बड़ी खबर है। गीताराम नौटियाल का नाम तो सब जानते ही हैं। गीताराम नौटियाल समाजकल्याण विभाग के वही बड़े अफसर हैं जिनको छात्रवृत्ति घोटाले में निलंबित कर दिया गया था और उनको जेल की हवा भी कहानी पड़ी। उनको सरकार ने दोबारा बहाल कर दिया है।
आज मंगलवार को शाम को इस आशय के आदेश जारी हुए हैं। गीताराम नौटियाल की बहाली के आदेश सचिव एल फनई ने जारी किये हैं।
आपको बता दें कि प्रदेश में समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी की जाने वाली sc st छात्रवृत्ति की रकम में करोड़ों का घोटाला हुआ था। इसमें समाज कल्याण विभाग से जुड़े कई अधिकारी और कर्मचारियों पर गाज गिरी थी। विभाग के कुछ रिटायर्ड कर्मचारियों को भी जेल की हवा खानी पड़ी थी। इस मामले में कई निजी शिक्षण संस्थानों के मालिकों और संचालकों के खिलाफ भी सरकार ने कड़ी कार्रवाई की।
लेकिन गीताराम नौटियाल की बहाली के साथ ही कई सवाल भी खड़े होने शुरू हो गए हैं। इस छात्रवृत्ति घोटाले में सरकार ने SIT बनाकर जांच की थी और उसके बाद कड़ी कार्रवाई कर जो जीरो टॉलरेन्स का संदेश दिया था, वो गीताराम नौटियाल की बहाली के बाद सवालों के घेरे में आ रहा है।
आपको बता दें कि गीताराम नौटियाल समाज कल्याण विभाग में संयुक्त निदेशक के पद पर थे और उनको 2019 में निलंबित कर दिया गया था। गिरफ्तारी के डर से वे लंबे वक्त तक गायब भी रहे। इस बीच उन्होंने हाइकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए कई बार निवेदन भी किया लेकिन उनको अग्रिम जमानत नहीं मिली थी। बाद में उन्होंने सरेंडर कर दिया था। दिसंबर 2019 में फिर गीताराम को जमानत मिल गयी थी।