ऋषिकेश: ऋषिकेश से चीला होते हुए अपने घर बिजनौर जा रहे एक युवक को सेल्फी लेने के चक्कर में दो दिनों तक जंगल में ही रात गुजारनी पड़ी। बिजनौर क्षेत्र के नागल सोती के गांव हरचंदपुर निवासी अनुराग ऋषिकेश में गुब्बारों के डेकोरेशन का काम करता है। वह बाइक से चीला रोड होते हुए अपने घर जा रहा था। तभी युवक ने जंगल में सेल्फी लेने की सोची। जैसी युवक ने सेल्फी ली तो अचानक तेंदुआ युवक के सामने आ गया और युवक पर हमला करने की कोशिश की। तो युवक वहां से भाग निकला । इसके बाद गंगा में कूद गया। उसका मोबाइल भी पानी में गिर गया। इसके बाद वह तीन दिन तक नीलधारा और गंगा की मुख्य धारा के बीच जंगल में फंसा रहा । पुलिस को मामले की जानकारी लगी तो रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर युवक को बाहर निकाला।
युवक ने सूखी लकड़ी जमा की और आग जलाई। जंगल से धुआं उठता देखकर घाट पर घूम रहे कुछ लोगों ने सप्तऋषि पुलिस चौकी प्रभारी प्रवीन रावत को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर प्रवीण रावत अपनी टीम के साथ शदाणी घाट पर पहुंचे और जल पुलिस के साथ राफ्ट से गंगा की मुख्य धारा को पार कर नीलधारा पहुंचे और युवक को रेस्क्यू किया।
युवक ने पूछताछ में बताया कि वह दो दिनों से जंगल में फंसा हुआ था। रात के समय पेड़ पर रहकर किसी तरह से उसने जंगली जानवरों से अपनी जान बचाई।